बैशाख पूर्णिमा को अवतरित हुए थे भगवान बुद्ध :स्वामी महेश पुरी
आज बुद्ध पूर्णिमा का पवित्र दिवस है। आज के दिन ही भगवान बुद्ध का अवतरण हुआ था।
संवाद सहयोगी, दातारपुर: आज बुद्ध पूर्णिमा का पवित्र दिवस है। आज के दिन ही भगवान बुद्ध का अवतरण हुआ था। शिव मंदिर फतेहपुर में तपोमूर्ति स्वामी महेश पूरी ने कहा कि आज ही सत्य विनायक व्रत पूर्णिमा भी है। भगवान श्रीकृष्ण के बाल सखा अतिनिर्धन ब्राह्मण सुदामा जब द्वारिका में उन्हें मिलने गए तो श्रीकृष्ण ने उनको सत्य विनायक व्रत का विधान बताया। इसी व्रत के प्रभाव से सुदामा की सारी दरिद्रता जाती रही तथा वह सर्वसुख संपन्न और धन-धन्य संपन्न हो गए।
स्वामी ने कहा बैशाख की पूर्णिमा के पवित्र दिवस भगवान विष्णु का अवतार भगवान बुद्ध के रूप में हुआ था। इसी दिन भगवान बुद्ध का निर्वाण भी हुआ था। उनके मानने वाले पूरे विश्व में इस दिवस को बहुत श्रद्धा से मनाते हैं। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर पुण्य कर्म करने से अक्षय फलों की प्राप्ति होती है।
इन दिनों लोग राहगीरों के लिए प्याऊ लगवाते थे, अंत जलपूर्ण कलश और पकवान दान करने से गोदान के समान फल प्राप्त होता है। यदि इस दिन एक समय भोजन करके पूर्णिमा, चंद्रमा अथवा सत्यनारायण का व्रत करें, तो सब प्रकार के सुख, संपदा और श्रेय की प्राप्ति होती है।
शास्त्रों में पूर्णिमा को तीर्थ स्थलों में गंगा स्नान का विशेष महत्व बताया गया है। बैशाख पूर्णिमा का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है कि इस पूर्णिमा को सूर्य देव अपनी उच्च राशि मेष में होते हैं और चंद्रमा भी उच्च राशि तुला में। शास्त्रों में पूरे बैशाख माह में गंगा स्नान का महत्व बताया गया है।
उन्होंने बताया शास्त्रों में यह भी वर्णित है कि पूर्णिमा का स्नान करने से पूरे बैशाख माह के स्नान के बराबर पुण्य मिलता है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन किया गया स्नान मनुष्य के कई जन्मों के अधर्मी कार्यों को समाप्त कर सकता है, ऐसी मान्यता रही है। कोरोना से बचाव के लिए निर्देशों का पालन करें
उन्होंने सभी भक्तों को भगवान बुद्ध के प्रकटोत्सव की बधाई दी तथा कहा कि सभी इस संकट के समय इस महामारी से बचाव के लिए सरकार तथा सेहत विभाग के दिशा-निर्देशों का पालन करें और जप-तप करें। जिससे इस वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से संसार का बचाव हो।