चरित्र पर शक में विवाहिता को जिंदा जलाने वाले पति, सास व ससुर को उम्रकैद
पत्नी के चरित्र पर शक करते हुए माता-पिता व एक अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर अपनी पत्नी को मिट्टी का तेल डालकर जिंदा जलाने के मामले में तीन का उम्रकैद की सजा सुनाई।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर: पत्नी के चरित्र पर शक करते हुए माता-पिता व एक अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर अपनी पत्नी को मिट्टी का तेल डालकर जिंदा जलाने के मामले में अतिरिक्त सेशन जज नीलम अरोड़ा की अदालत ने पति, सास, ससुर को उम्रकैद की सजा व 50-50 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है। दोषियों की पहचान पति लाडी, ससुर याकूब मसीह व सास प्रकाश कौर तीनों निवासी मुरादपुर जट्टां के रूप में हुई है। दोषियों को जुर्माना न देने पर 6-6 माह अतिरिक्त सजा काटनी होगी।
इस मामले का एक आरोपित जोकि इस मामले की जड़ था अभी तक फरार चल रहा है, जिसकी पहचान रविदर सिंह उर्फ लवली निवासी देवीदास मुकेरियां के रूप में हुई है। पुलिस ने यह मामला विवाहिता अनुराधा के बयान के आधार पर दर्ज किया था और अपने बयान देने के बाद उसने दम तोड़ दिया था। जिसके बाद पुलिस ने चारों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
बयान में अस्पताल में उपचाराधीन अनुराधा ने बताया था कि उसकी शादी 27 मार्च 2011 को मुरादपुर जट्टां के रहने वाले लाडी के साथ हुई थी। शादी के बाद उसके घर बेटे और बेटी ने जन्म लिया। शादी के बाद पहले सबकुछ ठीक चलता रहा, लेकिन बाद में उसका उसके पति के साथ किसी बात को लेकर झगड़ हो गया। वह पति से नाराज होकर मायके आ गई थी। अनुराधा ने बताया था कि उसकी मां ने देवीदास गांव के एक व्यक्ति रविदर उर्फ लवली को धर्म भाई बनाया था और रविदर अकसर उनके घर आता जाता था। इस दौरान रविदर ने उससे अपने प्यार का इजहार किया और कहा कि वह उससे शादी करना चाहता है और वह अपने पति को तलाक दे दे। जिस पर उसने मना कर दिया। परंतु लवली अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और उसे तंग करने लगा। चूंकि वह उसकी मां का भाई बना था, मां को कहीं बुरा न लगे वह पहले तो चुप रही लेकिन जब उसकी हरकतें बढ़ गईं तो उसने अपनी मां को सारी बात बताई। इस दौरान 10 अप्रैल को जब वह खेतों में चारा लेने गई तो लवली उसके पीछे-पीछे खेतों में आ गया और उससे वहां पर जबरदस्ती की कोशिश की। शोर मचाने के बाद लोग वहां एकत्रित हो गए और आरोपित वहां से भाग गया। इसी बात की वह रंजिश रखने लगा। पति का जानकार था रविंदर, भड़काने लगा
रविदर उनके मायके आता जाता था इसलिए वह उसके पति का भी जानकार था। इस दौरान वह उसके पति को उसके खिलाफ भड़काने लगा और उसने उसके पति को विश्वास दिला दिया कि उसकी पत्नी उसे धोखा दे रही है और उसके उसकी पत्नी के साथ संबंध हैं। पति ने उसकी बातों में आकर शक करना शुरू कर दिया। इस दौरान 9 जुलाई 2017 को वह उसके ससुराल आ गया और एक बार फिर उसके पति को भड़काना शुरू कर दिया। बयान देने के बाद तोड़ दिया था दम
रविंदर की मंशा थी कि उसका पति उसे तलाक दे दे और बाद में वह उससे शादी करेगा। इस दौरान उसके पति ने उसके साथ मिलकर अपनी मां व बाप की मदद से उस पर तेल डालकर उसे आग लगा दी। वह बुरी तरह से झुलस गई। गंभीर हालत में अनुराधा को सिविल अस्पताल मुकेरियां लाया गया। बाद में उसकी गंभीर हालत को देखते हुए अमृतसर रेफर कर दिया गया। जहां अनुराधा ने माननीय जज को बयान देकर इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। जिसके बाद उक्त चारों आरोपितों पर मामला दर्ज कर लिया था। मौत के बाद रविंदर भगोड़ा चल रहा है।