भाजपा का जंगी पर दाव, आजाद लड़ेंगे शाकर

मुकेरिया मुकेरिया विधानसभा उपचुनाव को लेकर भाजपा ने तस्वीर साफ कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 29 Sep 2019 11:54 PM (IST) Updated:Mon, 30 Sep 2019 06:25 AM (IST)
भाजपा का जंगी पर दाव, आजाद लड़ेंगे शाकर
भाजपा का जंगी पर दाव, आजाद लड़ेंगे शाकर

संवाद सहयोगी, मुकेरिया: मुकेरिया विधानसभा उपचुनाव को लेकर भाजपा ने तस्वीर साफ कर दी है। भारी कशमकश के बाद रविवार को भाजपा ने अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी। भाजपा ने मुकेरिया उपचुनाव के लिए पूर्व नगर कौंसिल अध्यक्ष एवं समाज सेवी जंगीलाल महाजन को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है। हालाकि टिकट के चाहवानों में कुंवर संग्राम सिंह, पूर्व मंत्री अरुणेश शाकर, पूर्व चेयरमैन अजय कौशल सेठू, संदीप मिन्हास के अलावा अन्य लोगों ने भी आवेदन किया था। मगर टिकट का गिफ्ट जंगी लाल महाजन को मिला।

टिकट को तोहफा कहना गलत नहीं होगा, क्योंकि 30 तारीख को जंगी लाल महाजन का जन्मदिन है और टिकट को पार्टी की तरफ से महाजन के लिए गिफ्ट कहा जा रहा है। अब देखा यह है कि क्या जंगी लाल महाजन इस चुनाव में जनता का समर्थन जुटा पाते हैं या नहीं।

वहीं जंगी लाल को टिकट मिलने से पूर्व कैबिनेट मंत्री अरुणेश शाकर नाराज हो गए हैं। उन्होंने चुनाव में आजाद लड़ने का फैसला किया है। इससे साफ होता है कि जंगी लाल के लिए राह आसान नहीं होगी। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती अपनों का मनमुटाव होगा। क्योंकि टिकट की दौड़ में कैबिनेट मंत्री रह चुके अरुणेश शॉकर भी थे। रविवार सायं शाकर ने आजाद चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। जो जंगी लाल के लिए मुसीबत खड़ी कर सकती है।

वर्करों के साथ बातचीत में जंगी लाल ने कहा कि ढाई वषरें से पंजाब में एक भी विकास का कार्य नहीं हुआ है। क्षेत्र व पंजाब में भ्रष्टाचार जोरों पर है। टिकट मिलने के बाद जंगीलाल महाजन ने पार्टी हाईकमान का धन्यवाद किया। जंगी लाल महाजन 1957 से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े हैं।

उसके बाद जनसंघ के जितने भी चुनाव हुए सभी चुनाव इंचार्ज रहे। राजनीतिक जीवन में वह 1992 पहली बार भाजपा के पार्षद व जिला प्रधान बने व 1998 तक रहे। उसके बाद 1998 में वह दोबारा निर्विरोध पार्षद चुने गए तथा नगर कौंसिल के अध्यक्ष बने। राजनीति के साथ-साथ उन्होंने धार्मिक, सामाजिक व व्यापारिक क्षेत्रों में काम किया। 2017 में उन्होंने टिकट न मिलने से आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें 20542 वोट मिले तथा वह तीसरे स्थान पर रहे। टिकट की घोषणा के बाद शाकर खेमा हुआ निराश

काग्रेस, आम आदमी पार्टी ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा पहले ही कर दी गई थी। काग्रेस ने कुछ नेताओं के विरोधी सुरों के बावजूद भी स्व. विधायक रजनीश बब्बी की पत्‍‌नी इंदू बाला को चुनाव मैदान में उतारा है और आम आदमी पार्टी ने नए चेहरे प्रो. जीएस मुल्तानी को चुनाव मैदान में उतारा है। दोनों पार्टियों ने पहले ही अपना प्रचार शुरू कर दिया है और जंगी लाल महाजन को अब पिछले दिनों में काग्रेस व आप के हुए प्रचार को देखते हुए अधिक मेहनत करनी पड़ेगी। जंगी लाल महाजन को टिकट मिलने से कार्यकर्ताओं में जोश भर गया है। लेकिन उन्हें आजाद लड़ने वाले शाकर से पार पाना आसान नहीं होगा। जंगी को टिकट मिलने से शाकर का खेमा निराश हो गया है। वहीं काग्रेस में टिकट का दावा ठोकने वाले डाडेकटवाल अभी भी बागी हैं। जबकि अन्य पाच नेता जो बागी हुए थे रविवार को हुई मर्ींटग के बाद पार्टी के हक में आ गए थे। शाकर आजाद उम्मीदवार के तौर पर आज भरेंगे नामाकन

जंगी लाल महाजन को टिकट मिलने के बाद शाम को अरुणेश शाकर के आगन में उनके समर्थक एकत्रित हो गए। इस दौरान उन्होंने अरुणेश शाकर को चुनाव मैदान में उतरने के लिए कहा। अपने समर्थकों के बार-बार कहने के बाद शाकर ने आजाद चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि वह आजाद चुनाव लड़ेंगे और सोमवार को अपना नामाकन पत्र दाखिल करेंगे। अरुणेश शाकर मुकेरिया हलके में पहली बार 1997 में चुनाव लड़े थे और इस दौरान उन्होंने मुकेरिया के दिग्गज माने जाने वाले नेता डॉ. केवल कृष्ण को 20 हजार वोट से हराया था। इसके बाद उन्होंने 2007 में रजनीश बब्बी को चुनाव में हराया। इस दौरान पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री के पद पर भी आसीन रहे हैं। जिसके बाद रजनीश बब्बी 2012 में आजाद चुनाव लड़कर जीते थे और शाकर चुनाव हार गए। वहीं 2017 में बब्बी एक बार फिर काग्रेस पार्टी की टिकट से चुनाव लड़कर शाकर को पटखनी दे गए।

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