केस से लेना देना नहीं, फिर भी हमारे बेटे को किया टार्चर

संवाद सहयोगी, होशियारपुर मंगलवार देर रात हाईकोर्ट के वारंट अफसर ने थाना हरियाना में अवैध रुप से र

By Edited By: Publish:Wed, 25 May 2016 01:01 AM (IST) Updated:Wed, 25 May 2016 01:01 AM (IST)
केस से लेना देना नहीं, फिर भी हमारे बेटे को किया टार्चर

संवाद सहयोगी, होशियारपुर

मंगलवार देर रात हाईकोर्ट के वारंट अफसर ने थाना हरियाना में अवैध रुप से रखे गए तीन युवकों को छुड़ाकर परिजनों के हवाले कर दिया। पुलिस के शिकंजे से छूटे एक युवक अतुल कुमार ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उससे बुरी तरह से टार्चर किया, जिससे उसके शरीर पर चोट के निशान पड़ गए हैं। उसे सरकारी अस्पताल होशियारपुर में दाखिल करवाया गया है।

अतुल कुमार के परिजनों ने हाईकोर्ट में शिकायत की थी कि जिला पुलिस ने उसके अतुल को शनिवार रात ही घर से उठाकर ले गई है और मर्डर केस में उससे पूछताछ करके टार्चर किया जा रहा है जबकि अतुल का इस केस से कोई लेनादेना नहीं है। मंगलवार देर रात वारंट अफसर ने थाना हरियाना में दबिश देकर अतुल कुमार और दो अन्य लड़कों को अवैध हिरासत से छुड़ा लिया।

उल्लेखनीय है कि शनिवार को होशियारपुर के ऊना रोड पर स्थित सर्वानंद गिरि रीजनल सेंटर के बाहर वकालत की परीक्षा देकर निकले मनप्रीत उर्फ मन्ना की अज्ञात हत्यारों ने गोली मारकर व तेजधार हथियारों से हत्या कर दी थी। हत्याकांड की गुत्थी अनसुलझी है। इसी सिलसिले में पुलिस ने अतुल शर्मा और कुछ अन्य लड़कों को उठाया था। सरकारी अस्पताल में अतुल ने आरोप लगाया कि पुलिस उसे मारपीट करके हत्या का जुर्म कबूल करने पर दबाव बना रही थी। वारंट ऑफिसर की दबिश के कारण वह पुलिस की चंगुल से बचा है। पुलिस ने उसे तीन दिन तक बुरी तरह से टार्चर किया है।

पूछताछ के लिए थाने लाया गया था: एसएसपी

एसएसपी कुलदीप ¨सह चाहल ने कहा कि इन लड़कों को पूछताछ के लिए डेढ़ घंटे पहले ही थाने लाया गया था। इन्हें हवालात में भी नहीं रखा गया था। अवैध हिरासत में रखने जैसी कोई बात नहीं है। एक सवाल के जवाब में एसएसपी ने दावा किया कि मन्ना हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली गई है। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद इसका खुलासा कर दिया जाएगा।

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