कांग्रेस नेता की शिकायत पर विजिलेंस टीम की निगम दफ्तर में रेड

विजिलेंस विभाग की टीम शनिवार सुबह दस बजे नगर निगम बटाला के दफ्तर पहुंची। निगम का मेन गेट बाहर से बंद कर दिया। किसी को भीतर आने की इजाजत नहीं दी गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Jun 2020 12:24 AM (IST) Updated:Sun, 21 Jun 2020 12:24 AM (IST)
कांग्रेस नेता की शिकायत पर विजिलेंस टीम की निगम दफ्तर में रेड
कांग्रेस नेता की शिकायत पर विजिलेंस टीम की निगम दफ्तर में रेड

जागरण संवादादाता, बटाला : विजिलेंस विभाग की टीम शनिवार सुबह दस बजे नगर निगम बटाला के दफ्तर पहुंची। निगम का मेन गेट बाहर से बंद कर दिया। किसी को भीतर आने की इजाजत नहीं दी गई। इससे निगम की टीम में हड़कंप मच गया क्योंकि टीम का औचक दौरा था। दरअसल, विजिलेंस टीम को निगम के पूर्व अध्यक्ष तथा कई वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ सरकारी फंड का घोटाला करने की शिकायत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरेंद्र कलसी ने दी थी। इसके बाद विजिलेंस विभाग ने नगर निगम को नोटिस देकर रिकार्ड मांगा था। मगर आजतक उसका कोई जवाब नहीं मिला था। इसलिए चंडीगढ़ से दो अधिकारियों की टीम नगर निगम दफ्तर पहुंची। टीम सेनेटरी इंस्पेक्टर के दफ्तर में बैठी। टीम ने रिकार्ड खंगालना शुरू कर दिया। बारी-बारी टीम ने वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर क्लर्को को ऑफिस बुलाया। उनसे केस से संबंधित रिकार्ड के बारे में पूछताछ की। फिलहाल इस मामले से जुड़े पूर्व अध्यक्ष को पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया। बातचीत में क्या कुछ निकल कर आया है। इस बारे विजिलेंस टीम ने कोई भी जानकारी सार्वजनिक नहीं की। इतना जरूर कहा कि उनके पास कांग्रेस के वरिष्ठ नेता की शिकायत आई थी, जिसमें निगम के कुछ लोगों के खिलाफ सरकारी फंड को दुरुपयोग करने के आरोप लगाए थे। टीम की पूछताछ व जांच आठ घंटे चली। वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरेंद्र सिंह की कलसी की शिकायत पर तत्कालीन निकाय विभाग के डिप्टी डायरेक्टर सौरभ अरोड़ा ने इस मामले की जांच की तो जो भी आरोप लगाएं थे वे सब सही साबित हुए। उन्होंने रिपोर्ट बनाकर दी थी।

सभी फाइलें खंगाली

टीम ने घोटाले से संबंधित सभी फाइलें खंगाली तथा लिस्ट तैयार की। फिर बारी-बारी उस विभाग से संबंधित अधिकारियों तथा कर्मियों को बुलाया व पूछताछ की। ब्यान को रिकार्ड किया। टीम ने इन अधिकारियों को कहा कि जरूरत पड़ने पर दोबारा से फिर पूछताछ हो सकती है। कई बार भेजा नोटिस, नहीं दिया जवाब

विजिलेंस टीम के प्रवक्ता ने बताया कि इससे पहले उनका विभाग नगर निगम बटाला को कई बार नोटिस निकाल चुका है। नोटिस दौरान उन्हें रिकार्ड भेजने के लिए कहा था, जबकि निगम ने उनकी बात को नजरअंदाज किया तथा रिकार्ड भी नहीं भेजा। इसलिए टीम द्वारा निगम दफ्तर में दबिश दी।

निगम आयुक्त ने किया फोन स्विच ऑफ

टीम द्वारा निगम दफ्तर में जब दबिश दी तो निगम आयुक्त ने अपना फोन बंदकर दिया। निगम दफ्तर में विजिलेंस टीम रिकार्ड खंगाल रही थी तो दूसरी तरफ निगम आयुक्त अपने कार्य में व्यस्त रहे। दरअसल, आयुक्त एसडीएम है, नगर कौंसिल भंग हो चुका है तथा इसे नया-नया नगर-निगम का दर्जा मिला है जिस कारण एसडीएम को निगम आयुक्त का अतिरिक्त चार्ज दिया गया। दो साल पुरानी थी शिकायत

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरेंद्र कलसी की दो साल पहले शिकायत दी थी। इससे पहले उन्होंने सीएम अमरिदर सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह को पत्र लिखकर इस सारे मामले बारे शिकायत दी थी। मामला जब विजिलेंस ब्यूरो के पास पहुंचा तो उन्होंने नगर निगम के खिलाफ नोटिस निकालकर जवाब मांगा था। ये लगे थे आरोप

-चहेते को दे दिया कचरे की लिफ्टिंग का लाखों-करोड़ों का काम

-पूर्व अध्यक्ष ने कार किसी खास के नाम पर लेकर उसे सरकारी खर्च में डाला था।

3) बस स्टैंड का ठेका चहेते को देकर मोटी कमाई की, जबकि सरकारी खाता में कम आमदन दिखाई।

4) जीटी रोड पर स्ट्रीट लगी होने के बावजूद उसके लिए जानबूझकर टेंडर लगाकर सरकारी पैसे का गोलमाल किया।

5) बिजली की केबल की तारें खरीद में भी घोटाला।

6) सिफारिशी लोगों को निगम में भर्ती कर उनकी हाजिरी एक व्यक्ति द्वारा लगाकर सरकार को चूना लगाया।

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