पुराने सिक्कों से स्कूल में लाइब्रेरी बनाएंगी प्रिसिपल बलजिदर कौर
ब्लाक के अंतर्गत आते गांव लखनकलां स्थित भाई गुरदास माडर्न सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रिसिपल बलजिदर कौर आधुनिक समय की नौजवान पीढ़ी व बच्चों के लिए भारतीय करंसी के पुराने सिक्कों से लाइब्रेरी बनाने के लिए पहल कर रही हैं।
संवाद सहयोगी, कलानौर : ब्लाक के अंतर्गत आते गांव लखनकलां स्थित भाई गुरदास माडर्न सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रिसिपल बलजिदर कौर आधुनिक समय की नौजवान पीढ़ी व बच्चों के लिए भारतीय करंसी के पुराने सिक्कों से लाइब्रेरी बनाने के लिए पहल कर रही हैं। प्रिसिपल बलजिदर कौर ने बताया कि वह पिछले 20 साल से स्कूल में भारतीय करंसी के पुराने सिक्के एकत्र करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं ताकि स्कूल में भारतीय करंसी के पुराने सिक्को से संबंधित लाइब्रेरी बनाई जा सके। उनका सिक्कों से लाइब्रेरी बनाने का सपना साकार होता नजर आ रहा है।
उन्होंने बताया कि उन्होंने भारत-पाक विभाजन के बाद भारत सरकार द्वारा जारी की भारतीय करंसी के सिक्के एक पैसा, दो पैसे, तीन पैसे, पांच पैसे, दस पैसे, 20 पैसे, 25 पैसे, 50 पैसे, एक रुपये के सिक्के एकत्र किए हैं। इनमें दो हजार के करीब सिक्के एकत्र किए हुए हैं। विभिन्न वर्षो से संबंधित सिक्के एकत्र करके स्कूल में लाइब्रेरी बनाएंगे ताकि विद्यार्थियों व नौजवानों को भारतीय करंसी की महत्ता व सिक्कों पर प्रकाशित की महत्वपूर्ण शख्सियतों की फोटो, चिन्ह आदि संबंधी विस्तारपूर्वक जानकारी मुहैया करवाई जाए।