डेढ़ माह में 31 अध्यापकों के तबादले, विद्यार्थियों ने किया हाईवे जाम

सरकारी आदर्श सीनियर सेकेंडरी स्कूल कोट धंधल के विद्यार्थियों व अभिभावकों ने अध्यापकों की कमी व मौजूदा अध्यापकों के तबादलों के खिलाफ शनिवार सुबह नौ बजे स्टेट हाईवे गुरदासपुर-श्रीहरगो¨बदपुर जाम कर यातायात ठप कर दिया। डेढ़ माह में स्कूल से 31 अध्यापकों के तबादले कर दिए गए, जबकि कोई नए शिक्षक ने ज्वाइन नहीं किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Nov 2018 06:35 PM (IST) Updated:Sat, 17 Nov 2018 06:35 PM (IST)
डेढ़ माह में 31 अध्यापकों के तबादले, विद्यार्थियों ने किया हाईवे जाम
डेढ़ माह में 31 अध्यापकों के तबादले, विद्यार्थियों ने किया हाईवे जाम

संवाद सूत्र, काहनूवान : सरकारी आदर्श सीनियर सेकेंडरी स्कूल कोट धंधल के विद्यार्थियों व अभिभावकों ने अध्यापकों की कमी व मौजूदा अध्यापकों के तबादलों के खिलाफ शनिवार सुबह नौ बजे स्टेट हाईवे गुरदासपुर-श्रीहरगो¨बदपुर जाम कर यातायात ठप कर दिया। डेढ़ माह में स्कूल से 31 अध्यापकों के तबादले कर दिए गए, जबकि कोई नए शिक्षक ने ज्वाइन नहीं किया। स्कूल में अध्यापकों के 40 पद हैं, लेकिन अब नौ अध्यापक ही रह गए हैं। इस दौरान स्कूल के विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों ने शिक्षा मंत्री ओपी सोनी व पंजाब सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।

इस संघर्ष का नेतृत्व कर रहे स्टूडेंट्स यूनियन के नौजवान नेता अमरक्रांति ने कहा कि स्कूल में रिक्त पड़े पदों को भरने व अध्यापकों के संघर्ष को दबाने के लिए तब्दील हुए अध्यापकों को वापस बुलाने की मांग को लेकर उन्होंने चक्का जाम किया है। पिछले लंबे समय से अध्यापक नहीं होने से विद्यार्थियों की पढ़ाई को नुकसान हो रहा है। उन्होंने बताया कि सरकारी आदर्श सीनियर सेकेंडरी स्कूल कोट धंधल में 750 के करीब विद्यार्थी हैं, जिनका भविष्य दाव पर लगा हुआ है। अब विद्यार्थियों की वार्षिक परीक्षा भी होने वाली है। स्कूल से एक के बाद एक अध्यापक का तबादला किया जा रहा है। स्कूल में मौजूदा अध्यापकों की मंजूरशुदा 40 पदों में से 31 पद रिक्त पड़े हैं। विद्यार्थियों की ओर से सड़क जाम करने के बाद तुरंत हरकत में आए डिप्टी डीईओ सेकेंडरी राजेश गुप्ता ने मौके पर पहुंचकर मांग पत्र लेकर जल्द अध्यापकों को वापस लाने का आश्वासन दिया। लगभग 11 बजे जाम समाप्त किया गया। चक्का जाम करने वालों का नेतृत्व आज्ञापाल ¨सह, मनप्रीत ¨सह, कर्णप्रीत ¨सह, अमृतपाल ¨सह, गगनदीप कौर, अर्शदीप कौर, गुरप्रीत कौर, प्रभलीन कौर, हरप्रीत कौर, रणदीप कौर ने किया। इसके अलावा छात्रों के अभिभावक सतनाम ¨सह, कुलदीप ¨सह, गुर¨वदर ¨सह, हरजीत ¨सह, मलकीत ¨सह, सुच्चा ¨सह, कुल¨वदर कौर, गुरजीत कौर, मनप्रीत कौर, जसबीर कौर, जस¨वदर कौर आदि उपस्थित थे। महंगे निजी स्कूलों की ओर धकेल रही पंजाब सरकार

स्टूडेंट्स यूनियन के नेता व अभिभावकों ने कहा कि पंजाब में सरकार सरकारी स्कूलों की शिक्षा से हाथ खींच कर गरीब लोगों को महंगे प्राइवेट स्कूलों की ओर धकेल रही है। इनका उद्देश्य शिक्षा देना नहीं, बल्कि मुनाफा कमाना है। गरीब किसानों, मजदूरों के बच्चों को सस्ती व उच्च शिक्षा देने के लिए पूरे पंजाब में 6 सीबीएसई पैटर्न के स्कूल खोले गए हैं। मगर अब पंजाब सरकार इन स्कूलों को भी बंद करने की ओर चल पड़ी है।

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धरने में शामिल विद्यार्थियों को स्कूल में घुसने नहीं दिया

धरने की समाप्ति के बाद जब स्कूल के विद्यार्थी स्कूल के अंदर दाखिल होने लगे तो स्कूल प्रशासन ने स्कूल के दोनों गेट बंद कर दिए। उधर, जब इस संबंधी स्कूल ¨प्रसिपल मोनिका से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ये छात्र स्कूल की हाजिरी से गैरहाजिर हैं। इसलिए इन छात्रों को स्कूल में हाजिर होने की इजाजत नहीं है।

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