मिड-डे मील वर्करों को मेहनताना देने की मांग

डेमोक्रेटिक मुलाजिम फेडरेशन पंजाब व मिड-डे मील वर्कर्स यूनियन ने मिड-डे मील कुक वर्करों को सरकार द्वारा मई जून व जुलाई का मेहनताना अभी तक नहीं देने का कड़ा नोटिस लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 30 Jul 2020 03:00 PM (IST) Updated:Thu, 30 Jul 2020 03:00 PM (IST)
मिड-डे मील वर्करों को मेहनताना देने की मांग
मिड-डे मील वर्करों को मेहनताना देने की मांग

संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : डेमोक्रेटिक मुलाजिम फेडरेशन पंजाब व मिड-डे मील वर्कर्स यूनियन ने मिड-डे मील कुक वर्करों को सरकार द्वारा मई, जून व जुलाई का मेहनताना अभी तक नहीं देने का कड़ा नोटिस लिया है। इस दौरान डीईओ (ए) को मांगपत्र सौंपा गया।

नेता हरजिदर सिंह वडाला बांगर, उपकार सिंह, अमरजीत शास्त्री, अमरजीत सिंह, गुरदियाल चंद, सुखजिदर सिंह, अनेक चंद पाहड़ा, गुरप्रीत कौर, अमरजीत कौर व राज रानी ने बताया कि मिड-डे मील वर्कर स्कूलों में बच्चों को खाना बनाने का 1700 रुपये मेहनताना प्राप्त करती है। कोरोना वायरस से स्कूल बंद होने से सरकार द्वारा अभी तक उन्हें मई, जून व जुलाई का मेहनताना जारी नहीं किया, जिससे उनके घर का गुजारा करना कठिन हो चुका है। शिक्षा मंत्री द्वारा पिछले सेशन में मिड-डे मील वर्करों का संघर्ष के दबाव के तहत बातचीत करके अप्रैल माह से उनका बनता मेहनाता बढ़ाकर तीन हजार प्रति महीना देने का वादा किया था। मगर सरकार ने अभी तक वह भी वादा पूरा नहीं किया। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि उनका बनता मेहनताना व वेतन बढ़ोत्तरी का पत्र जारी न किया तो वर्करों को मजबूर होकर सरकार के खिलाफ संघर्ष का बिगुल बजाना पड़ेगा।

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