धान की सीधी बिजाई करने की करवाई शुरुआत
डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद इशफाक शुक्रवार को सुबह सात बजे काहनूवान ब्लाक के गांव कोट बुड्ढा में पहुंचे और किसानों को धान की सीधी बिजाई करने के लिए खुद ट्रैक्टर चला कर लक्की सीड ड्रिल के साथ धान की सीधी बिजाई करने की शुरुआत क रवाई।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद इशफाक शुक्रवार को सुबह सात बजे काहनूवान ब्लाक के गांव कोट बुड्ढा में पहुंचे और किसानों को धान की सीधी बिजाई करने के लिए खुद ट्रैक्टर चला कर लक्की सीड ड्रिल के साथ धान की सीधी बिजाई करने की शुरुआत करवाई। गौरतलब है कि पंजाब सरकार की ओर से 20 मई से पंजाब में धान की सीधी बिजाई करने का ऐलान किया गया था। इस दौरान गांव वासियों ने डीसी के इस प्रयास की सराहना की।
इस मौके पर डा. रणधीर ठाकुर, सरपंच मक्खन लाल, डा. हरमिदर सिंह गिल, डा. गुरपिदर सिंह, डा. गुरदेव सिंह, डा. दिलबाग सिंह, डा. परमजीत सिंह, डा. मनिदरपाल सिंह, डा. रजिदर कौर, डा. भवजीत सिंह, कैप्टन मंगल सिंह सहित गांव वासी मौजूद थे। बुड्डा गांव के किसान अवतार सिंह के खेतों में धान की सीधी बिजाई करने की शुरुआत करने के बाद गांव के गुरुद्वारा साहिब में गांव वासियों को संबोधित करते हुए डीसी ने कहा कि वे तीन प्रमुख मुद्दे धान की सीधी बिजाई करने, मूंगी की काश्त करने व नशे को खत्म करने संबंधी जागरूक करने के लिए आए हैं और जिले के सभी ब्लाकों के कम से कम एक गांव में जाकर उनकी ओर से गांव वासियों व किसानों को मिलने का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। डीसी ने कहा कि गांवों में किसानों को धान की सीधी बिजाई करने व खेती की नई तकनीक संबंधी जानकारी दी जा रही है और खेतीबाड़ी विभाग के अधिकारियों को हिदायत करते हुए कहा कि वे गांवों में किसानों को धान की सीधी बिजाई करने के लिए मास्टर ट्रेनरों को तैयार करे। 15 अगस्त को धान की सीधी बिजाई करने वाले अग्रिम किसानों को सम्मानित किया जाएगा। सरकार की ओर से प्रति एकड़ 1500 रुपये की वित्तीय सहायता दी जा रही है। मूंगी की काश्त संबंधी बात करते हुए डीसी ने कहा कि फसली विभिन्नता आज के समय की मुख्य जरुरत है और रवायती फसलों के चक्कर में से निकलना चाहिए। नशे संबंधी डीसी ने कहा कि नशा एक बीमारी है और इसका इलाज संभव है। किसानों ने इस दौरान धान की सीधी बिजाई करने संबंधी हुंगारा भरा और साथ ही बताया कि धान की सीधी बिजाई करने वाली मशीन सहित स्प्रे वाली मशीन गांवों और सहकारी सोसायटी में अधिक से अधिक उपलब्ध करवाई जाए और सबसिडी दी जाए। धान की सीधी बिजाई करने की जानकारी दी
डा. गुरदेव सिंह ने धान की सीधी बिजाई करने संबंधी विस्तार में जानकारी दी। कीटनाशक दवाइयों संबंधी उन्होंने बताया कि परमल के लिए 4 सप्ताह के बाद 1 बैग यूरिया, 6 सप्ताह के बाद 1 बैग यूरिया, 9 सप्ताह के बाद एक बैग यूरिया, बासमती के लिए 3 सप्ताह के बाद 18 किलो यूरिया, 6 सप्ताह के बाद 18 किलो यूरिया, 9 सप्ताह के बाद 18 किलो यूरिया डाली जाए। रोजाना लगाए जा रहे हैं जागरूकता कैंप
खेतीबाड़ी अधिकारी रणधीर सिंह ठाकुर ने कहा कि खेतीबाड़ी विभाग धान की सीधी बिजाई करवाने के लिए तत्पर है और रोजाना जागरूकता कैंप लगाया जा रहा है। उन्होंने गांव वासियों की मुश्किलें भी सुनी और कहा कि लोग अपनी मुश्किल वाट्सएप नंबर 6239301830 पर भेज सकते हैं और रोजाना सुबह 11 बजे अपने घर से ही डीसी के साथ जूम बैठक करके अपनी मुश्किल बता सकते हैं। इस मौके पर गांव वासियों, बुढ़ापा पेंशन, दिव्यांग सर्टिफिकेट व कच्चे मकान आदि ने अपनी मुश्किलें बताई।