फारेस्ट गार्डों पर भारी पड़ रहे भू-माफिया, पौने दो माह में तीसरी बार पिटे वन कर्मी

फिरोजपुर वन विभाग की जमीन पर कब्जा करने वाले भू माफिया के हौंसले लगातार बढ़ते जा रहे है स्थिति का अंदाजा पौने दो माह के भीतर माफिया के लोगों द्वारा वन कर्मियों की की पिटाई के लगाया जा सकता है ।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Apr 2019 11:35 PM (IST) Updated:Sat, 27 Apr 2019 11:35 PM (IST)
फारेस्ट गार्डों पर भारी पड़ रहे भू-माफिया, पौने दो माह में तीसरी बार पिटे वन कर्मी
फारेस्ट गार्डों पर भारी पड़ रहे भू-माफिया, पौने दो माह में तीसरी बार पिटे वन कर्मी

दर्शन सिंह, फिरोजपुर : वन विभाग की जमीन पर कब्जा करने वाले भू माफिया के हौंसले लगातार बढ़ते जा रहे है स्थिति का अंदाजा पौने दो माह के भीतर माफिया के लोगों द्वारा वन कर्मियों की की पिटाई के लगाया जा सकता है । भले ही इन वारदातों के दौरान विभिन्न थानों में पर्चे दर्ज हो चुके है, लेकिन जिस तरह वन मुलाजिमों पर हमले हो रहे है उससे एक बात साफ हो रही है कि सरकार के साथ साथ वन विभाग अपने कर्मियों को सुरक्षा मुहैया नही करवा पा रहा । अगर ऐसे ही चलता रहा तो आने वाले समय में भू-माफिया के लोग वन विभाग की ज्यादातर जमीन पर कब्जा कर लेंगे ।

--खाली हाथ वनों की सुरक्षा में फारेस्ट गार्ड---

दूसरी तरफ दो बड़े राजनीतिक दलों ने भू-माफिया द्वारा किये जा रहे कब्जों को गंभीरता से नही लिया और यहीं कारण है कि वन विभाग यानी जंगलात का रक्बा घटता जा रहा है । खास बात यह है कि न तो पूर्व सरकार वन गार्डों को असलहा व बाइक मुहैया करवा पाई और न ही कांग्रेस सरकार,मुलाजिमों के पिटने का कारण भी फारेस्ट गार्डों के पास असलहा न होना है और न ही कार्रवाई के दौरान व्हीकल हैं । वन अधिकारी भी अपने मुलाजिमों की सुरक्षा को लेकर गंभीर नही हैं ।

पौने दो माह में मुलाजिमों की पिटने की तीसरी वारदात

फिरोजपुर जिले की बात करें तो यहां पर वन विभाग के जंगलात व खाली जमीन है, लेकिन लेकिन इस जमीन पर लगातार कब्जा भू-माफिया द्वारा की जा रहा है और इन्हीं कब्जों को छुड़वाने के लिए की जाने वाली कार्रवाई के दौरान ही वन मुलाजिम पिट रहे हैं । पौने दो माह के दौरान तीसरी बार है कि मुलाजिमों की पिटाई माफिया के लोग कर चुके है । इन वारदातों में पहला मामला थाना सदर पुलिस ने चार मार्च को दर्ज किया था और यह मामला रेंज अफसर तरसेम सिंह की शिकायत पर दर्ज किया गया था । गांव माछीवाड़ा निवासी भू माफिया के सदस्य गुरदेव सिंह ने जंगलात की जमीन से वृक्ष काटकर उस जमीन पर अपनी जमीन में मिला लिया था ,विभागीय कार्रवाई के दौरान दो मुलाजिमों की मारपीट की गई थी और सरकारी ड्यूटी में विघ्न डाला गया था । इसी तरह शहर के मक्खू गेट स्थित रेंज दफ्तर पर हमला कर भू माफिया के लोग ने गुरदेव सिंह को तेज हथियारों के बल पर छुड़ा लिया था और मुलाजिमों को घायल कर दिया था ।

25 अप्रैल को गांव अक्कू वाला दाखली मस्ते के पास वन विभाग की जमीन पर कब्जा करने वाले भू माफिया के लोगों पर कार्रवाई करने गए वन विभाग के तीन फारेस्ट गार्ड गुरबचन सिंह,बलविदर सिंह व जरनैल सिंह से मारपीट की और धमकियां दी । थाना आरिफके में दर्ज पर्च में शामिल है गांव का सरपंच अंग्रेज सिंह 10 अन्य भू माफिया के लोग हैं ।

वन विभाग के मंडल अफसर कुंवरदीप सिंह कहते है कि उनकी तरफ से भू-माफिया के खिलाफ जमीन छुड़ावने के लिए समय समय पर कार्रवाई की जा रही है, लेकिन उनके मुलाजिम माफिया के लोगों का खुलकर सामना नही कर पा रहे । खाली हाथ होने के कारण ही मुलाजिम हर बार मार खा रहे हैं। असलहे व व्हीकलों के लिए सरकार से मांग कर चुके है .लेकिन अभी तक सुविधाएं उपलब्ध नही करवाई गई।

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