तस्कर का घर बना तिलस्मी किला
फोटो-12जाल-200 -एसटीएफ 22 दिनों से घर में करवा रही खोदाई, नहीं मिली हेरोइन -घर में
फोटो-12जाल-200
-एसटीएफ 22 दिनों से घर में करवा रही खोदाई, नहीं मिली हेरोइन
-घर में हेरोइन छिपाने होने के इनपुट पर डेरा जमाए हैं जवान
-सतलुज किनारे बने घर को जेसीबी से लगाकर खोद डाला
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : सीमा पार से हेरोइन तस्करी के लिए कुख्यात तस्कर जो¨गदर ¨सह उर्फ जीता का निर्माणाधीन घर अब एसटीएफ के लिए तिलस्मी किले से कम नहीं है। घर में भारी मात्रा में हेरोइन छिपा कर रखने का इनपुट मिलने के बाद से एसटीएफ यहां पिछले 22 दिनों से डेरा जमाए है। इस दौरान इस घर के आंगन और बरामदे तक खोदाई जेबीसी लगाकर करवाई जा चुकी है, लेकिन अब तक मात्र छह किलोग्राम हेरोइन और 19 लाख रुपये बरामद हुए हैं, जबकि एसटीएफ को एक बड़ी खेप की तलाश है।
फिरोजपुर में भारत-पाकिस्तान की सीमा के निकट बसे गांव निहालावाला में सतलुज दरिया के पास कुख्यात तस्कर जो¨गदर ¨सह उर्फ जीता दो मंजिला मकान बनवा रहा है। यह निर्माणाधीन मकान पिछले 22 दिनों से सुर्खियों में बना हुआ है। दरअसल अक्टूबर में पुलिस ने तरनतारन में हेरोइन तस्कर जोगिंद्र सिंह उर्फ जीता को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था। जीता के दो बड़े भाई और बहन पहले ही हेरोइन तस्करी के आरोप में जेल में बंद हैं। पुलिस को इनपुट मिला था कि जीता जेल से ही हेरोइन तस्करी में सक्रिय है और उसके घर में हेरोइन की बड़ी खेप और नकदी दबी है। इसके बाद एसटीएफ ने हेरोइन की पूरी खेप की तलाश के लिए घर के पीछे और एक साइड में जेसीबी से खोदाई करवा दी, लेकिन अब कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी है।
एसटीएफ को तस्कर के माता-पिता की भी तलाश
एसटीएफ की टीम अब अबोहर, फाजिल्का और फिरोजपुर में जीता के अन्य घरों पर छापामारी कर रही है। जीता के माता-पिता दोनों फरार हैं। पुलिस को उम्मीद है कि उनके हाथ आने के बाद हेरोइन की छिपाई खेप का खुलासा हो सकता है।
एसटीएफ की देख रही है पूरा ऑपरेशन
एसएसपी फिरोजपुर भूपेंद्र सिंह सिद्धू का कहना है कि इस पूरे मामले को एसटीएफ ही देख रही है। क्या बरामद हुआ, कहां छापामारी की गई है यह पूरी जानकारी एसटीएफ के ही पास है।