एक क्विंटल पीडीएस चावल की फर्जी वि¨लग से बचते हैं 1500 रुपये

जासं, फिरोजपुर : यूपी व अन्य राज्यों में दो से तीन रुपये किलो दिया जाने वाला पीडीएस का चावला कई राइस

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Oct 2018 11:01 PM (IST) Updated:Wed, 03 Oct 2018 11:01 PM (IST)
एक क्विंटल पीडीएस चावल की फर्जी वि¨लग से बचते हैं 1500 रुपये
एक क्विंटल पीडीएस चावल की फर्जी वि¨लग से बचते हैं 1500 रुपये

जासं, फिरोजपुर : यूपी व अन्य राज्यों में दो से तीन रुपये किलो दिया जाने वाला पीडीएस का चावला कई राइस मिलर्स 1400 रुपये प्रति क्विंटल तक लेकर आगे सरकारी सप्लाई में 2900 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बि¨लग कर सप्लाई कर देते हैं। इससे एक क्विंटल चावल की बिना प्रोसे¨सग व अन्य खर्च किए बि¨लग करने पर 1500 रुपये प्रति क्विंटल तक की बचत होती है। जिले में चार राइस मिलों से खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने छापामारी कर पकड़े 1.14 लाख कट्टे चावल और धान के संदिग्ध स्टॉक के बारे में विभागीय अधिकारियों का ये संदेह है। जीरा में दो राइस मिलों ने विभाग की विजिलेंस टीम को गोदामों की चाबियां उपलब्ध नहीं करवाई। इस पर विभाग ने दोनों मिलों को धान खरीद के नए सीजन में मि¨लग के लिए धान का अलॉटमेंट नहीं करने का निर्णय लिया है। मिलों से मिले स्टॉक की जांच जारी है।

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के अनुसार विभाग के मंत्री भरत भूषण आशु को सूचना मिली थी कि कुछ मिलर्स यूपी व अन्य राज्यों से पीडीएस का कालाबाजारी मे बिकने वाला चावल सस्ते भावों पर खरीद लेते हैं। इसका स्टॉक मिल में करने के बाद नए सीजन में इसमें नए कट्टों में पैक कर सरकार को जमा करवा देते हैं। बगैर किसी प्रोसे¨सग के ही फर्जी बि¨लग की जाती है। अधिकारियों के अनुसार इससे पहले खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री आशु ने राइस मिलर्स के साथ बैठक में भी इस पर संदेह जताया था कि पंजाब में धान की फसल का रकबा व उत्पादन कई सालों से एक जैसा है। फिर पीडीएस में दिए जाने वाले चावल की सप्लाई कैसे बढ़ रही है।

अब तक बरामद हो चुका है 13 करोड़ रुपये का संदिग्ध स्टॉक

विभाग की विजिलेंस सेल के चीफ विजीलेंस अफसर राकेश कुमार ¨सगला के नेतृत्व में एक सप्ताह पूर्व 27 सितंबर को जिला मुख्यालय के पास तीन राइस मिलों की जांच की। इसमें 91 हजार कट्टे चावल और धान का संदिग्ध स्टॉक मिला था। राइस मिल संचालक इस स्टॉक की खरीद के दस्तावेज नहीं दिखा पाए। इसके बाद 29 सितंबर को छह टीमों ने जिले में कई जगह दबिश दी। तब जीरा की एक मिल में 8500 कट्टे चावल और 15 हजार कट्टे धान बरामद किया। जलालाबाद में काहनेवाला के समीप एक प्लाई वुड फैक्ट्री के गोदाम में 8 हजार कट्टे चावल मिला। गोदाम में ब्राउन राइस था। मिलर की ओर से इसके खरीद के दस्तावेज विभाग को दिखा गए हैं। तब चावल रिलीज कर दिया गया। चार मिलों से मिले संदिग्ध स्टॉक के चावल और धान का बाजार मूल्य करीब 13 करोड़ रुपये है।

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कोस्ट

जीरा में दो राइस मिलों गोल्डन राइस मिल व अनिल नरुला राइस मिल ने अभी तक गोदामों की जांच नहीं करवाई है। अगर जांच में ज्यादा विलंब किया तो विभाग दोनों मिलों को धान की अलॉटमेंट नहीं करेगा।

राकेश कुमार ¨सगला, चीफ, विजीलेंस अफसर

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