यहां एक-एक हजार में बिकीं 50 लीटर दूध देेेेने वाली 1.20 लाख रुपये तक वाली गायेें

फिरोजपुर के कनाल कॉलोनी स्थिति मिलिट्री डेयरी फार्म को बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यहां 1.20 लाख रुपये तक की उच्च क्वालिटी ब्रीड की गाय एक-एक हजार रुपये में बेचीं गईं।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Sat, 21 Sep 2019 09:18 AM (IST) Updated:Sun, 22 Sep 2019 05:26 PM (IST)
यहां एक-एक हजार में बिकीं 50 लीटर दूध देेेेने वाली 1.20 लाख रुपये तक वाली गायेें
यहां एक-एक हजार में बिकीं 50 लीटर दूध देेेेने वाली 1.20 लाख रुपये तक वाली गायेें

फिरोजपुर [अमनदीप सिंह]। फिरोजपुर के कनाल कॉलोनी स्थिति मिलिट्री डेयरी फार्म को बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यहां पचास हजार रुपये से लेकर 1.20 लाख रुपये तक की उच्च क्वालिटी ब्रीड की गाय एक-एक हजार रुपये में बेचीं गईं।

देश में दूध उत्पादन काफी होने के मद्देनजर केंद्र सरकार ने डेढ़ साल पहले देश के मिलिट्री फार्म्स को बंद करने का आदेश दिया था। उसके बाद इनमें रखे माल-मवेशियों को जरूरतमंदों को मात्र 1-1 हजार रुपये उपलब्ध करवाने का फैसला किया गया। उसी के तहत शुक्रवार को फिरोजपुर शहर के विधायक परमिंद्र सिंह पिंकी, डीसी चंद्र गैंद और पशुपालन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. भूपिंद्र सिंह ने 74 गाय देकर इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया।

यह गायेें शहीदों के परिवारों, विधवा, सेना-पुलिस के जवानों, अनुसूचित जाति और आत्महत्या करने वालों किसानों के परिवारों को दी गईं। इससे पहले उत्तराखंड को 200 भैंसेें यहां से दी गई थी। 229 गायों को पंजाब सरकार को भी बांटने के लिए दिया गया था। इसमें साहीवाल, अमेरिकन जर्सी नस्ल की गाय, हालैंड की नस्ल से जानी जाने वाली गाय एचएस (होलिस्टन फ्रीजन) क्रॉस ब्रीड की है। इन गाय की छोटी बछड़ी की बात करें तो जन्म के एक साल बाद उसकी कीमत 4 हजार रुपये हो जाती है। गायों के दूध का सेना द्वारा ही प्रयोग किया जाता है।

139 साल पुराना है फिरोजपुर का फार्म

देश में इस समय कुल 39 मिलिट्री फार्म हैं। इनमें से फिरोजपुर का मिलिट्री फार्म अंग्रेजों के समय का है और 139 साल पुराना है। एक साल पहले इसमें 1000 के करीब गाय व भैंस थीं।

इसलिए दी गईं इतने कम रेट में

डीसी ने बताया कि मुख्यमंत्री की तरफ से यह फैसला लिया गया है कि इन फॉर्मों में जो गाय हैं, उन्हें जरूरतमंद लोगों को दे दिया जाए। इससे इनकी बढिय़ा संभाल भी हो सकेगी और उन लोगों की कमाई का जरिया भी ये पशु बन सकेंगे। उसी कारण 600 के करीब गाय को मुफ्त के बराबर सिर्फ एक-एक हजार रुपये में दिया जाएगा।

गोशाला बनेगी फार्म हाउस

विधायक परमिंदर सिंह पिंकी ने डीसी चंद्र गैंद के साथ शुक्रवार को पूरे फार्म का दौरा भी किया। कहा कि वह हाईकमान के साथ तालमेल कर इस जगह को गोशाला में बदलने के बारे में बात करेंगे। फार्म में पहले से ही मेडिकल से लेकर शैड व पानी आदि का इंतजाम है। मुख्यमंत्री ने पहले ही गोशाला के लिए 3.5 करोड़ रुपये जारी किए हैं। अगर यह जगह मिल जाती है तो शहर के बेसहारा पशुओं को यहां रखा जा सकेगा। लोगों भी इन पशुओं के कारण हादसों का शिकार नहीं होंगे।

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