एक दिन की डीसी बनी 11वीं की छात्रा 2.8 फीट की अनमोल, जानें क्योंं हुआ ऐसा...
अजीब बीमारी लोकोमोटो से पीड़ित अनमोल बेरी का सपना आखिरकार पूरा हो ही गया। शुक्रवार को अनमोल को ऑफिशियली एक दिन का डीसी बनाया गया।
फिरोजपुर, जेएनएन। अजीब बीमारी लोकोमोटो से पीड़ित अनमोल बेरी का सपना आखिरकार पूरा हो ही गया। शुक्रवार को अनमोल को ऑफिशियली एक दिन का जिला उपायुक्त (डीसी) बनाया गया। सुबह बच्ची को घर से लाने के लिए गाड़ी भेजी और डीसी ऑफिस पहुंचने पर भव्य स्वागत किया। अनमोल के इस सपने को पूरा करने में फिरोजपुर के डीसी चंद्र गैंद का काफी योगदान रहा।
आफिस और फील्ड में जाकर किया काम
11वीं कक्षा की छात्रा अनमोल बेरी ने एक सामान्य डिप्टी कमिश्नर की भांति दिनभर ऑफिस और फील्ड में जाकर काम किया। फील्ड के दौरे में अनमोल कैंट स्थित विशेष बच्चों के लिए बनाए गए स्कूल में भी गईं, वहां उनसे मिलकर उन्हें मिल रही सुविधा और पेश आ रही समस्याओं के बारे में जाना। इसके बाद वह फिरोजपुर प्रेस क्लब में मीडिया कर्मियों से रूबरू हुई और वहां पर मीडिया के सवालों के जवाब दिए व अपनी भावी योजनाओं के बारे में बताया। पंजाब सरकार की ओर से फिरोजपुर प्रेस क्लब को दी गई पांच लाख रुपये की ग्रांट भी उन्होंने प्रधान परमिंदर थिंद को सौंपी।
जनता से जुड़े मुद्दे उठाए
अनमोल बेरी ने डीसी ऑफिस में जनहित से जुड़े मुद्दे उठाए। सबसे पहले अनमोल ने शहर की जर्जर सड़कों पर फिरोजपुर नगर कौंसिल के ईओ चरणजीत सिंह से जवाब मांगा, इस पर ईओ ने बताया गया कि शहर की सभी सड़कों की मरम्मत के लिए टेंडर हो चुके हैंं। जल्द ही मरम्मत का काम पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद अनमोल ने शहर व हाईवे पर घूमते लावारिस पशुओं की समस्या को उठाया। अनमोल को प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि सरकारी गऊशाला के निर्माण के लिए पैसे आ गए हैं। इस पर जल्द ही काम शुरु हो जाएगा।
युवाओं में नशे की लत पर जताई चिंता
इसके बाद एक दिन की डीसी ने युवाओं के नशे की लत में डूबने के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए सेहत विभाग से कहा है कि हमें नशा छुड़ाओं केंद्र में आने वाले ऐसे नौजवानों की विशेष रूप से देखभाल करनी चाहिए, ताकि वह नशा छोड़कर जिम्मेदार नागरिक बन सकें। इसके अलावा शहर को प्रदूषण फ्री बनाने के लिए कौंसिल से पॉलीथिन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाए जाने की बात भी की गई।
स्कूल में कार्यक्रम के दौरान डीसी से हुई थी मुलाकात
दरअसल युवाओं को प्रेरित करने के लिए राज रत्न पब्लिक स्कूल में पहुंचे डीसी की नजर अनमोल पर पड़ी थी। डीसी ने बच्ची को स्टेज पर बुलाकर बात भी की थी। डीसी ने इस दौरान बच्ची से पूछा था कि बड़े होकर क्या बनना चाहते तो अनमोल ने जवाब दिया था कि उसका सपना बड़ी होकर आइएस अफसर बनने का है। बता दें कि अनमोल आठवीं तक टॉपर रही है और दसवीं कक्षा में भी 85.6 फीसद अंकों के साथ पास हुई है।
अनमोल की चार बार हो चुकी है सर्जरी
अनमोल की हाइट सिर्फ 2.8 फीट है। यह लड़की लोकोमोटो नामक बीमारी से पीड़ित है। चार बार सर्जरी भी जा चुकी है। जन्म के 20 दिन बाद ही अनमोल की पहली सर्जरी करवानी पड़ी थी। इसके अलावा दिल्ली के एम्स मं उसकी तीन बार सर्जरी करवाई गई है।
माता-पिता बोले, बेटी ने दिया अनमोल तोहफा
अनमोल बेरी की मां चेतना ने बताया कि अनमोल का जन्म 2004 में हुआ था। जन्म के बीस दिन बाद उसका ऑपरेशन करवाना पड़ा, उसकी लंबाई मात्र 2.8 फीट है। उसके एक पैर की एड़ी नहीं है, वह पहली कक्षा से लेकर दसवीं कक्षा तक टॉपर रही है। बेटी के बीमारी से ग्रसित होने के कारण उन्हें और उनकी बेटी को जो परेशानी हो रही थी, वह परेशानी आज दूर हो गई है।
पिता अमित बेरी ने बताया कि बेटी के स्कूल में एक समागम के दौरान डीसी चंद्र गैंद ने अनमोल को देखने के बाद बातचीत की थी तो अनमोल ने डीसी बनाने की इच्छा जताई थी, जिसे डीसी चंद्र गैंद ने पूरा कर दिया। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी ने हमें अनमोल तोहफा दिया है, वह लोग जहां कहीं भी जाएंगे, उन्हें लोग यह कहेंगे कि वह देखो एक दिन की डीसी अनमोल बेरी के माता-पिता हैं।
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की ब्रांड अंबेसडर बनी
अनमोल को फिरोजपुर जिले में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड अंबेसडर बनाया है। डीसी चंद्र गैंद ने बताया कि यह गर्व की बात है, अनमोल बेरी का जज्बा देखते ही बनता है, यह छात्रा उन सभी युवाओं के लिए मिसाल बनेगी जोकि सामान्य है। सभी युवाओं को अनमोल से प्रेरणा लेनी चाहिए जो कि अपनी बीमारी को पीछे छोड़ आइएएस अधिकारी बनकर देश के विकास व समाज के विकास में अपना योगदान देना चाहिए।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें