900 युवाओं को मिली रेलवे में नौकरी, पहले दिन 423 को दिए गए नियुक्त पत्र

फिरोजपुर मंडल रेलवे ग्रुप डी पदों के लिए 900 कर्मियों के रूप में नई खेप मिली है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Aug 2019 11:30 PM (IST) Updated:Mon, 19 Aug 2019 11:30 PM (IST)
900 युवाओं को मिली रेलवे में नौकरी, पहले दिन 423 को दिए गए नियुक्त पत्र
900 युवाओं को मिली रेलवे में नौकरी, पहले दिन 423 को दिए गए नियुक्त पत्र

जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : फिरोजपुर मंडल रेलवे ग्रुप डी पदों के लिए 900 कर्मियों के रूप में नई खेप मिली है। मंडल के इतिहास में कई दशकों बाद यह मौका आया है, जब कि एक साथ इतने लोगों को नौकरी पर रखा गया है। मंडल को मिले ग्रुप डी के इन कर्मियों को नियुक्त पत्र देने के लिए सोमवार को बुलाया गया था।

नियुक्त पत्र देने से पहले सभी अभ्यर्थियों के डक्यूमेंट चेक किए गए। बड़ी तादात में नियुक्त पत्र दिए जाने को देखते हुए इसे दो चरणों में बांट दिया गया था, जिसके तहत 19 व 22 अगस्त को आधी-आधी संख्या में अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। नियुक्त पत्र देने के लिए समागम का आयोजन रेलवे द्वारा बर्ट रोड़ स्थित कम्युनिटी हाल में किया। डक्यूमेंट की जांच पर्सनल विभाग के डीपीओ जय सिंह की देखरेख में चला। उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों की संख्या ज्यादा होने को देखते हुए पर्सनल ब्रांच के अलावा जिन ब्रांचों में के लिए अभ्यर्थियों का चुनाव हुआ उन ब्रांचों से भी अधिकारी व कर्मी शामिल रहे। मंडल के कुल 58 अधिकारियों व कर्मियों द्वारा लोगों के प्रमाणपत्र जांच करने के काम किए गए। इस दौरान सुबह से लेकर देर शाम तक डाकुमेंट चेक करवाने के लिए लोग अपनी बारी का इंतजार करते रहे।

अभिभावक अपने बच्चों के नियुक्ति पत्र मिलने का करते रहे इंतजार

ग्रुप डी के डीजल मैकेनिकल, डीजल इलेक्ट्रकिल, मैकिनिकल, कैरिज एंड वैगन, मैकिनिकल पॉवर, सिग्नल, मेंटीनेरर, सहायक प्वाइंटमैन, ट्रैफिक पदों के लिए भर्ती हुए देश भर युवाओं के साथ सोमवार को नियुक्तपत्र व तैनाती स्थल लेने के लिए उनके अभिभावक भी पहुंचे थे, जिन लोगों को नियुक्त पत्र मिल गया वह अपने बच्चे साथ तैनाती स्थल पर चले गए और जिनके प्रमाणपत्र होने बाकी थे, उन युवाओं के अभिभावक बाहर उनका इंतजार करते हुए दिखाई दिए। बिहार के सासाराम से आए रामपाल ने बताया कि उनके बेटे ने अपनी काबलियत से आरआरसी की परीक्षा उत्तीर्ण यह सरकारी नौकरी हासिल की है, उन्हे खुशी है कि उनके बेटे को रेलवे में सरकारी नौकरी मिल गई है, जिससे उसका कैरियर अब सुरक्षित हो गया है।

chat bot
आपका साथी