फिरोजपुर में इस साल में पहली बार मिले कोरोना के 306 केस, पांच की मौत
साल 2021 में पहली बार जिले में शुक्रवार को एक दिन में रिकार्ड 306 संक्रमित मिले है। शुक्रवार को सात कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई। रिकवर करने वालों की संख्या 50 रही जबकि एक्टिव केस भी रिकार्ड 1503 तक पहुंच गए हैं।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर :
साल 2021 में पहली बार जिले में शुक्रवार को एक दिन में रिकार्ड 306 संक्रमित मिले है। शुक्रवार को सात कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई। रिकवर करने वालों की संख्या 50 रही, जबकि एक्टिव केस भी रिकार्ड 1503 तक पहुंच गए हैं। तमाम प्रयासों के बावजूद कोरोना महामारी का प्रकोप जिला फिरोजपुर में कम होता नजर नहीं आ रहा।
शुक्रवार को कोरोना से जान गंवाने वालों में फिरोजपुर शहर की 68 वर्षीय महिला, 71 वर्षीय पुरुष, 80 वर्षीय पुरुष, ममदोट ब्लाक की 52 वर्षीय महिला, 55 वर्षीय पुरुष, ब्लाक गुरुहरसहाय से 60 वर्षीय पुरुष, ब्लाक फिरोजशाह से 58 वर्षीय महिला शामिल हैं। । अब तक जिला फिरोजपुर में कुल मरने वालों की संख्या 248 हो गई है। 1503 केस एक्टिव है। सिविल सर्जन राजिदर राज से मिली जानकारी अनुसार जिले में अब तक 139174 लोगों के टेस्ट किए गए है, जिसमें से 8702 पाजिटिव केस पाए गए है और उनमें से 6957 लोग ठीक भी हो गए है।
फाजिल्का में पहली बार 408 नए केस, पांच लोगों की मौत संवाद सूत्र, फाजिल्का : जिले में शुक्रवार पांच लोगों की कोरोना से मौत हुई है, जबकि अब तक के सर्वाधिक 408 नए मामले सामने आए हैं। हालांकि 184 लोगों ने कोरोना को मात दी है। जिले में अब तक संक्रमित मामलों की संख्या 9891 है, जबकि इनमें से 6936 लोग तंदुरुस्त हो चुके हैं, जबकि जिले में 2763 मामले एक्टिव हैं। इसके अलावा शुक्रवार को 408 नए मामले सामने आए हैं और पांच लोगों की मौत भी हुई है। इनमें फाजिल्का के 50 वर्षीय मेल व 70 वर्षीय महिला की फरीदकोट मेडिकल कालेज, 60 वर्षीय पुरुष की मुक्तसर अस्पताल व अबोहर की 70 व 50 वर्षीय महिला की श्री गंगानगर में उपचार के दौरान मौत हुई है, जबकि मौतों का आंकड़ा बढ़कर 192 तक पहुंच गया है।
जरूरत होने पर ही घरों से निकलें लोग : डीसी
डीसी अरविदपाल संधू ने लोगों से अपील की कि जरूरत पड़ने पर ही घरों से बाहर निकलें। उन्होंने लोगों से अपील की कि कोरोना के लक्षण नजर आने पर सेहत केंद्रों पर जांच करवाएं। क्योंकि समय पर जांच ना होने के चलते कोरोना ना केवल पाजीटिव व्यक्ति को कमजोर कर देता है, बल्कि यह अन्य लोगों को भी संक्रमण का शिकार बनाता है। इसलिए इस तरह के मामले में लापरवाही ना बरती जाए।