सेहतमंत्री ने दिए फूड सेफ्टी अधिकारी को सस्पेंड करने के आदेश

सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि जिला शिकायत निवारण कमेटी की बैठक के दौरान उनके पास फूड सेफ्टी अधिकारी अभिनव की शिकायतें आई थी और वह बैठक के दौरान उपस्थित भी नहीं हुए जिसके चलते उन्होंने फूड विभाग को फूड सेफ्टी अधिकारी को सस्पेंड करने संबंधी लिख दिया है

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Dec 2020 10:35 PM (IST) Updated:Tue, 22 Dec 2020 10:35 PM (IST)
सेहतमंत्री ने दिए फूड सेफ्टी अधिकारी को सस्पेंड करने के आदेश
सेहतमंत्री ने दिए फूड सेफ्टी अधिकारी को सस्पेंड करने के आदेश

संस, फाजिल्का: सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि जिला शिकायत निवारण कमेटी की बैठक के दौरान उनके पास फूड सेफ्टी अधिकारी अभिनव की शिकायतें आई थी और वह बैठक के दौरान उपस्थित भी नहीं हुए, जिसके चलते उन्होंने फूड विभाग को फूड सेफ्टी अधिकारी को सस्पेंड करने संबंधी लिख दिया है, जिसके रिप्लेस में यहां एक महिला अधिकारी की तैनाती की जा रही है।

उधर, फूड सेफ्टी अधिकारी अभिनव ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि किस कारण उन्हें सस्पेंड करने के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने आशंका जताई कि उन्होंने हाईकोर्ट से अपनी बदली संबंधी स्टे लिया था और यही उन पर कार्रवाई का कारण हो सकता है।

ड्यूटी से गैरहाजिर फाजिल्का के पांच सेहत कर्मियों की सेवाएं की समाप्त

फाजिल्का : पंजाब सरकार सेहत व परिवार भलाई विभाग ने एक पत्र जारी करते हुए राष्ट्रीय सेहत मिशन पंजाब के तहत लंबे समय से गैर हाजिर चल रहे कर्मचारियों की सेवाओं को खत्म करने के आदेश जारी किए हैं। विभाग की तरफ से जारी किए गए नोटिस में फाजिल्का जिले की सीएचसी खुईखेड़ा के एएमओ डा. पलक को 12 जून 2016 से अब तक, सीएचसी टाहलीवाला बोदला की स्टाफ नर्स बेअंत कौर को 10 मई 2016 से, अस्पताल फाजिल्का की नर्स सनदीप कौर को 17 जनवरी 2015 से, सब सेंटर रामसरा की एएनएम सुनीता को 14 फरवरी 2018 से, पीएचसी जंडवाला भीमेशाह की डा. रूपिद्र को 27 जून 2019 से अब तक ड्यूटी से गैरहाजिर रहने पर सेवाएं खत्म करने का नोटिस 28 सितंबर को जारी करके अपना पक्ष रखने का मौका भी दिया गया था। लेकिन इन कर्मचारियों ने अपने गैरहाजिर होने का स्पष्टीकरण नहीं किया। इसलिए इनकी सेवाओं को खत्म किया गया है।

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