ब्लड कैंसर से पीड़ित दोस्त की पत्नी का चेकअप करवाने जा रहा था बूटा

फिरोजपुर : ब्लड कैंसर से पीड़ित दोस्त की पत्नी का मेडिकल कॉलेज फरीदकोट में चेकअप करवाने जा रहे बूटा ¨सह को नहीं पता था कि घर से पांच किलोमीटर दूर तीनों की मौत हो जाएगी। नाजूशाह मिश्री गावं के बूटा ¨सह अपने मोटरसाइकिल से दोस्त प्रेम ¨सह व उसकी पत्नी ऊषा को बिठाकर ले जा रहा था कि सामने से आ रही न्यूदीप कंपनी की बस की चपेट में आ गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Feb 2019 11:07 PM (IST) Updated:Wed, 20 Feb 2019 11:07 PM (IST)
ब्लड कैंसर से पीड़ित दोस्त की पत्नी का चेकअप करवाने जा रहा था बूटा
ब्लड कैंसर से पीड़ित दोस्त की पत्नी का चेकअप करवाने जा रहा था बूटा

प्रदीप कुमार ¨सह, फिरोजपुर : ब्लड कैंसर से पीड़ित दोस्त की पत्नी का मेडिकल कॉलेज फरीदकोट में चेकअप करवाने जा रहे बूटा ¨सह को नहीं पता था कि घर से पांच किलोमीटर दूर तीनों की मौत हो जाएगी। नाजूशाह मिश्री गावं के बूटा ¨सह अपने मोटरसाइकिल से दोस्त प्रेम ¨सह व उसकी पत्नी ऊषा को बिठाकर ले जा रहा था कि सामने से आ रही न्यूदीप कंपनी की बस की चपेट में आ गया।

बूटा ¨सह एक छह साल की बेटी व एक दो माह का बेटा और पत्नी छोड़ गया है। चमकौर ¨सह ने बताया कि बूटा ¨सह व प्रेम ¨सह दोनों अच्छे दोस्त थे। दोनों अक्सर फरीदकोट व फिरोजपुर एक साथ मेहनत-मजदूरी करने जाते थे। घटना के बाद दोनों गांवों के लोगों का जैसे हुजूम उमड़ पड़ा। दोनों परिवार व रिश्तेदार गमगीन हैं।

दोनों सड़क हादसों में बाइक सवारों ने नहीं पहना था हेलमेट

बुधवार को जिले के अलग-अलग हिस्सों में हुए दो सड़क हादसों में चार लोगों की मौत हो गई। दोनों हादसों में मोटरसाइकिल सवारों ने हेलमेट नहीं पहने थे। बूटा ¨सह के मोटरसाइकिल पर दो और सावारियां बैठी थी, जिन्होंने भी हेलमेट नहीं पहने हुए थे। गांव बग्गेवाला के पास दो मोटरसाइकिल सवारों की आमने-सामने की हुई टक्कर में मंजीत ¨सह की मौत हो गई, जबकि दूसरे मोटरसाइकिल सवार ने भी हेलमेट नहीं पहना था, जिसके कारण उसके सिर में गंभीर चोटें लगी हैं, जिसे उपचार के फरीदकोट मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया है।

17 दोपहिया वाहनों के 51 दिन में हुए हादसे, छह लोग गवा चुके हैं जान

इस साल अब तक 51 दिन में अब तक 17 ऐसे दोपाहिया वाहनों के हादसे हो चुके है, जिनमें हेलमेट न पहने होने के कारण छह मोटरसाइकिल सवारों की मौत हो चुकी है। नाकों पर खड़ी पुलिस व ट्रैफिक पुलिस तेजी से लोगों के चलान तो काटती है, लेकिन लोगों के जीवन की सुरक्षा के लिए चालकों को हेलमेट पहनने के प्रति जागरूक नहीं कर पाई है।

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