पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष प्रमिल कलानी के बचाव में आगे आए भाजपा-शिअद नेता

नगर परिषद के पूर्व प्रधान प्रमिल कलानी मौजूदा पार्षद एवं भाजपा जिला महासचिव राकेश कुमार उर्फ टीटू छाबड़ा के बचाव के लिए भाजपा व शिअद नेता आगे आए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Sep 2019 11:56 PM (IST) Updated:Fri, 13 Sep 2019 11:56 PM (IST)
पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष प्रमिल कलानी के बचाव में आगे आए भाजपा-शिअद नेता
पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष प्रमिल कलानी के बचाव में आगे आए भाजपा-शिअद नेता

जागरण संवाददाता, अबोहर : नगर परिषद के पूर्व प्रधान प्रमिल कलानी, मौजूदा पार्षद एवं भाजपा जिला महासचिव राकेश कुमार उर्फ टीटू छाबड़ा के बचाव के लिए भाजपा व शिअद नेता आगे आए हैं। शुक्रवार दोपहर विधायक अरुण नारंग ने अपने निवास पर प्रेस कॉन्फ्रेस में कहा कि कलानी, टीटू छाबड़ा व अन्य नेताओं पर स्थानीय कांग्रेस नेताओं के इशारों पर मामला दर्ज किया है। कांग्रेस झूठे मुकदमे दर्ज करवा भाजपा नेताओं की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है।

नारंग ने कहा कि स्थानीय निकाय विभाग के उच्चाधिकारियों से मंजूरी लेने के बाद विभाग की नियमावली के अनुसार अधिकारियों की मौजूदगी में खुली बोली से बेचे गए भू-खंड के मामले में स्थानीय निकाय विभाग द्वारा कोई आरोप सिद्ध नहीं किए जा सके। करीब एक वर्ष चली जांच में बनी एसआइटी ने नगर परिषद अबोहर से चार प्रश्न पूछे गए थे, लेकिन उनका जवाब न मिलने के बावजूद पुलिस ने केस दर्ज कर दिया। नारंग ने कहा कि 2011 में भाजपा नेतृत्व वाले बोर्ड में ही धर्म नगरी में तहसील परिसर के पीछे स्थित विवादित भू-खंड पर पार्क विकसित करने का प्रस्ताव लाया गया था, लेकिन किन्हीं कारणों से पार्क का विस्तार नहीं हो सका था। 2015 में नगर परिषद में अकाली-भाजपा के नेतृत्व में ही गठित बोर्ड ने नगर परिषद की आर्थिक स्थिति को पुन: बहाल करने के लिए कुछ भू-खंडों को बेचने के लिए हाउस में प्रस्ताव पारित करवा सरकार से मंजूरी ले ली थी, जिसमें उक्त भू-खंड भी शामिल था। विभागीय प्रक्रिया पूरी करके विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा नियुक्त अन्य सरकारी अधिकारियों की उपस्थिति में खुली बोली के दौरान उक्त भू-खंड बेचा जा रहा था, लेकिन उचित कीमत न मिलने से बोली पैंडिंग कर दी गई। विभागीय उच्चाधिकारियों से दोबारा मंजूरी लेकर डीसी दफ्तर के बताए गए प्रॉपर्टी रेटों के अनुसार लगभग 29 लाख रुपये के आरक्षित मूल्य वाला भू-खंड खुली बोली में पूरे पारदर्शी ढंग से 56.40 लाख रुपये में नरेश छाबड़ा को बेचा था, जिस पर झूठा केस दर्ज किया गया है। विधायक ने कहा कि न तो स्थानीय निकाय विभाग द्वारा इस मामले में कोई जांच करवाई है और न ही पुलिस अधिकारियों ने तथ्यों के आधार पर जांच करने का प्रयास किया। नारंग ने कहा कि पुलिस व सरकार के विरुद्ध अदालत का दरवाजा खटखटाने सहित वह डीजीपी पंजाब व एसएसपी फाजिल्का से भेंट करके इस मामले की दोबारा जांच करवाने की मांग करेंगे। नारंग ने चेतावनी दी कि पुलिस अधिकारियों ने उनकी सुनवाई नहीं की तो उन्हें मजबूरन संघर्ष करना पड़ेगा। मौके पर प्रमिल कलानी व टीटू छाबड़ा, सुषमा कलानी, सुमन छाबड़ा, प्रदेश भाजपा उपप्रधान धनपत सियाग, पूर्व जिला भाजपा प्रधान विष्णु भगवान डेलू, आदि उपस्थित थे।

इमोशनल ब्लैकमेलिग कर रहे हैं विधायक नारंग : कांग्रेस

स्थानीय कांग्रेस नेता संदीप जाखड़ ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया जाहिर की कि आजकल विधायक नारंग इमोशनल ब्लैकमेलिग के लिए गलत कार्य करने वाले लीडरों के परिवारों को साथ लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। छोटी सी करियाना की दुकान करने वाला लीडर रातों-रात करोड़ों रुपये घर ले आता है, तब क्या परिवार को पता नहीं होता कि इतना पैसा कहां से आ रहा है। धर्म नगरी के पार्क की जमीन का किस्सा हर किसी के सामने है। बच्चा बच्चा जानता है कि कैसे करोड़ों की जमीन कोड़ियों के भाव बेच दी गई।

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