मंडी गोबिंदगढ़ की नारायण एंड कंपनी से 22 लाख की धोखाधड़ी, लुधियाना के 3 लोहा व्यापारियों पर केस

लुधियाना के मॉडल टाउन के रहने वाले कारोबारी भूपिंदर सिंह आनंद पुषप्रीत सिंह आनंद व चन्नप्रीत सिंह पर आरोप है कि उन्होंने करीब 22 लाख रुपये का माल खरीदने के बाद पेमेंट नहीं की। पांच-पांच लाख रुपये के चेक दिए जो कि बाउंस हो गए।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 08:28 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 08:28 PM (IST)
मंडी गोबिंदगढ़ की नारायण एंड कंपनी से 22 लाख की धोखाधड़ी, लुधियाना के 3 लोहा व्यापारियों पर केस
मंडी गोबिंदगढ़ पुलिस ने लुधियाना की फर्म मैस. इंद्रजीत फोर्जिंग प्राइवेट लिमिटेड के संचालकों पर केस दर्ज किया है।

मंडी गोबिंदगढ़ (फतेहगढ़ साहिब), जेएनएन। लोहा नगरी मंडी गोबिंदगढ़ की जानी-मानी फर्म नारायण एंड कंपनी से 22 लाख 10 हजार 764 रुपये की धोखाधड़ी हुई है। मामले में लुधियाना के तीन लोहा व्यापारियों खिलाफ केस दर्ज किया गया है। मैस. इंद्रजीत फोर्जिंग प्राइवेट लिमिटेड डी-131 फोकल प्वाइंट फेस-5 लुधियाना के संचालकों भूपिंदर सिंह आनंद, पुषप्रीत सिंह आनंद व चन्नप्रीत सिंह को नामजद किया गया है। आरोपित मॉडल टाउन एक्सटेंशन, लुधियाना के रहने वाले हैं।

मंडी गोबिंदगढ़ के नारायण सिंगला ने पुलिस को शिकायत दी थी कि आरोपित अपनी फर्म के माध्यम से उनकी फर्म से लोहे का सामान खरीदते थे। 1 अक्टूबर, 2011 से लेकर 16 दिसंबर, 2014 तक उनकी फर्म से आरोपितों की फर्म को 22 लाख 10 हजार 764 रुपये का माल भेजा गया। माल की रकम उनकी फर्म को नहीं दी जा रही थी। इस पर आरोपितों ने पांच-पांच लाख रुपये के चार चेक उन्हें दिए। जब उन्हें बैंक में लगाया गया तो आरोपितों के खाते में पर्याप्त रकम न होने कारण चेक बाउंस हो गए। चेक बाउंस होने के बारे में आरोपितों से बातचीत की गई तो वे टाल-मटोल करने लगे और रकम उन्हें नहीं दी गई। परेशान होकर उन्होंने 23 सितंबर, 2019 को पुलिस में शिकायत दी। करीब डेढ़ वर्ष तक चली लंबी पड़ताल के बाद अब मंडी गोबिंदगढ़ थाने में आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया।

अभी कोई गिरफ्तारी नहीं, एएसआइ गुरभेज करेंगे अगली जांच

फिलहाल तीनों आरोपित पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। जांच के बाद मंडी गोबिंदगढ़ थाने में दर्ज केस की अगली जांच एसएचओ प्रेम सिंह ने एएसआइ गुरभेज सिंह को सौंपी है। एएसआइ गुरभेज सिंह ने कहा कि केस से संबंधित फाइल उन्हें अभी मिली नहीं है। जैसे ही फाइल मिलेगी, वे इसे जांचने के बाद आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी करेंगे।

chat bot
आपका साथी