बहिबल कलां गोलीकांड में तीसरा आरोपित गिरफ्तार, मिला तीन दिन का पुलिस रिमांड
पांच साल पहले पंजाब की धार्मिक व राजनीतिक सियासत में भूचाल लाने वाले बरगाड़ी बेअदबी कांड से जुड़े बहिबल कलां गोलीकांड में एसआइटी द्वारा तीसरी गिरफ्तारी की गई।
जेएनएन, फरीदकोट। पांच साल पहले पंजाब की धार्मिक व राजनीतिक सियासत में भूचाल लाने वाले बरगाड़ी बेअदबी कांड से जुड़े बहिबल कलां गोलीकांड में शनिवार को एसआइटी द्वारा तीसरी गिरफ्तारी की गई। अमृतसर दफ्तर में पहले पूछताछ के लिए मोगा जिले के व्यवसायी पंकज बांसल को बुलाया गया, जिसके बाद एसआइटी ने उसकी गिरफ्तारी दिखा दी। बहिबल गोलीकांड में आज सोहेल बराड़ और पंकज बंसल को अदालत में पेश किया गया, जहां सोहेल बराड़ का तीन दिन का पुलिस रिमांड बढ़ा दिया गया व जबकि पंकज को भी भी तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया। दोनोंं को अब 24 जून को दोबारा पेश किया जाएगा।
एसआइटी के प्रमुख सदस्य आइजी कुंवर विजय प्रताप सिंह ने बताया कि पंकज बांसल ने अपने गनमैन की बंदूक बरगाड़ी स्थित आरोपित सुहेल बराड़ के घर भेजी थी, जिससे एसएसपी चरणजीत सिंह शर्मा की पायलट जिप्सी पर फायर किया गया। कुंवर के अनुसार पंकज बांसल को पायलट जिप्सी पर फायरिंग की मनगढ़ंत कहानी बनाने में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। एसआइटी की पड़ताल में सामने आया है कि जिप्सी पर फायर करके फर्जी सुबूत तैयार करने में पंकज बांसल की अहम भूमिका रही है।
एसआइटी की पड़ताल के अनुसार बरगाड़ी बेअदबी की घटना के बाद 14 अक्टूबर 2015 को बहिबल कलां में शांतिपूर्वक धरनाकारियों पर पुलिस द्वारा गोली चलाई गई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी। गोलीकांड के आरोपित पुलिस अधिकारियों ने अपना बचाव करने के लिए आत्मरक्षा में फायरिंग किए जाने की कहानी गढ़ी और उसके लिए पूर्व एसएसपी की जिप्सी पर खुद ही फायर किए गए। बाद में दावा किया गया कि प्रदर्शनकारियों ने जिप्सी पर फायरिंग की थी और उन्होंने आत्मरक्षा के लिए गोली चलाई। मालूम हो कि पंकज बांसल से एसआइटी ने पिछले साल भी पूछताछ की थी। अब सुहेल सिंह बराड़ की गिरफ्तारी और पूछताछ के आधार पर उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है।