25 से 30 फीसद गिरी कच्चे आम की बिक्री

इन दिनों आचार का मौसम है जिसके चलते बाजार में नींबू और कच्चे आम की बिक्री कम हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 05:54 PM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 05:54 PM (IST)
25 से 30 फीसद गिरी कच्चे आम की बिक्री
25 से 30 फीसद गिरी कच्चे आम की बिक्री

संवाद सहयोगी, कोटकपूरा

इन दिनों आचार का मौसम है जिसके चलते बाजार में नींबू और कच्चे आम की भरमार है। पिछले वर्ष के मुकाबले फसल अच्छी होने के बावजूद दामों में भी भारी कमी आई है लेकिन इस बार कच्चे आम की बिक्री में 25 से 30 फीसदी कम दिख रही है।

कोटकपूरा की पुरानी अनाजमंडी में कच्चे आम बेच रहे राजीव कुमार ने बताया कि पिछले वर्ष अच्छी क्वालिटी का रामकेला आम 350 रुपये तक में पांच किलो बिका था। जबकि इस वर्ष 200 रुपये का पांच किलो होने पर भी ग्राहकों की कमी है। रामकेला आम सहारनपुर, यूपी, देहरादून उत्तरांचल से आता है। होशियारपुर तथा हिमाचल प्रदेश से आने वाला देसी कच्चा आम पिछले वर्ष 150 रुपये में पांच किलो बिक रहा था जबकि इस वर्ष 100 रुपये में पाँच किलो बिक रहा है। महंगाई के बावजूद भी इस बार आचार के लिए आम की कटाई का रेट भी 20 रुपये प्रति पाँच किलो ही चल रहा है। इस मौसम में कच्चे आम से आचार ही नहीं मुरब्बा, चटनी, आम पन्ना भी बनते हैं।

नींबू बेच रहे सुनील अरोड़ा ने बताया कि अच्छी क्वालिटी का कागजी नींबू 30 रुपये किलो और तोता मिर्च भी 30 रुपये किलो बेच रहे हैं। पिछले वर्ष की बजाय इस बार नींबू मिर्च का दाम भी कम है।

आयुर्वेदाचार्य डॉ पायल गोयल ने बताया कि इस बार आचार के लिए कच्चे आम की बिक्री का एक कारण यह है कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौर में लोग अपनी सेहत और सुरक्षा को लेकर जागरूक हैं। कोई भी आचार ज्यादा मात्रा में खाने से गले का संक्रमण हो सकता है। सिरके से बना कोई भी आचार या बाजार का डिब्बा बंद आचार खाने से बचना चाहिए। बाजार के अचार में प्रिजेरवेटिव्स होते हैं, जो हेल्थ के लिए अच्छे नही हैं। एक्सपर्ट तो ये भी कहते हैं कि बाजार के आचार बनाने की प्रक्रिया के दौरान उसमें मौजूद सभी पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। संतुलित मात्रा में सही विधि और सही मसालों वाला घर का बना अचार खाना फायदेमंद है। इससे पाचन क्रिया सही रहती है। आम की चटनी और आम पन्ना के सेवन से लू नहीं लगती. शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।आम का मुरब्बा वजन बढ़ाने और शरीर को तंदुरुस्त रखने के इच्छुक व्यक्तियों के लिए फायदेमंद है। यह एनर्जी बूस्टर का काम करता है।

नींबू अदरक और हरी मिर्च का अचार पाचन में सुधार करता है और चयापचय को बढ़ाता है। कहने की जरूरत नहीं है प्रतिरक्षा को बढ़ाने के लिए यह अचार बेहतर है।

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