कोरोना मरीजों की देखभाल करने वाले स्टाफ को रखा जा रहा है अलग

गुरु गोबिद सिंह मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में दाखिल कोरोना मरीज का उपचार कर रहे डॉक्टर व नर्सिंग स्टाप को छह दिन की ड्यूटी के उपरांत 14 दिन तक अस्पताल के कैंपस में बने हॉस्टल में क्वारंटाइन करके रखा जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Apr 2020 10:37 PM (IST) Updated:Fri, 10 Apr 2020 06:09 AM (IST)
कोरोना मरीजों की देखभाल करने वाले स्टाफ को रखा जा रहा है अलग
कोरोना मरीजों की देखभाल करने वाले स्टाफ को रखा जा रहा है अलग

एलेक्स डिसूजा, फरीदकोट : गुरु गोबिद सिंह मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में दाखिल कोरोना मरीज का उपचार कर रहे डॉक्टर व नर्सिंग स्टाप को छह दिन की ड्यूटी के उपरांत 14 दिन तक अस्पताल के कैंपस में बने हॉस्टल में क्वारंटाइन करके रखा जा रहा है। अस्पताल प्रशासन द्वारा सभी डॉक्टर व नर्सिंग स्टाप के लिए सभी खाने-पीने की वस्तुएं उपलब्ध करवाई जा रही है। नर्सिंग कॉलेज के प्रिसिपल प्रो. एचसीएल रावत ने बताया कि आइसोलेशन वार्ड में कार्य करने वाली नर्सिंग को हमने ट्रेंड किया हुआ है। कि कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति की देखभाल के समय किन-किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है। इसलिए आइसोलेशन वार्ड के स्टाफ नर्सिग को एहतियातन छह दिन ड्यूटी के बाद 14 दिन के लिए अस्पताल के कैंपस में ही क्वारंटाइन किया जाएगा। इसके बाद अगर इन 14 दिनों में कोई भी लक्षण दिखाई ना दिए गए तो फिर इस स्टाफ को छह दिन ड्यूटी पर भेज दिया जाएगा।

समाजसेवी महिदर कुमार बांसल ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के दानव से युद्ध लड़ने वाले डॉक्टरों, नर्सिग व अन्य स्टाफ जोकि काबिले तारीफ है, इस वक्त मेडिकल स्टाफ के लिए सरकार व प्रशासन को सभी जरूरी संसाधनों को पूरा करना सबसे पहला कर्तव्य होना चाहिए। कोविड-19 संक्रमित रोगियों के इलाज के समय अपना भी बचाव कर सके। उन्होंने कहा कि जिस तरह प्राइवेट सैनिटाइजेशन चैंबर कोटकपूरा में बनाया गया है , वैसा ही चैंबर फरीदकोट के गुरु गोबिद सिंह मेडिकल अस्पताल की एंट्री गेट में लगाया जाना चाहिए। ताकि हर कोई ड्यूटी करने वाला कोविड-19 संक्रमण के वायरस से आप भी बच सके और दूसरों को भी बचा सके।

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