सरकार को वादे याद दिलाने के लिए खड़काई थालियां
संवाद सहयोगी, कोटकपूरा अपंग-सुअंग असूल मंच पंजाब के मास्टर बल¨वदर ¨सह के दिशा निर्देशों
संवाद सहयोगी, कोटकपूरा
अपंग-सुअंग असूल मंच पंजाब के मास्टर बल¨वदर ¨सह के दिशा निर्देशों पर स्थानीय बत्तियां वाला चौंक में करीब 20 गांवों के विकलांगों, बुजुर्गों, विधवा, मगनरेगा मजदूरों, आंगनबाड़ी वर्करों, भट्ठा मजदूरों, लेबर यूनियन व टैक्सी यूनियन के सदस्यों ने अपने हकों के लिए थाली खड़काओ रोष मुजाहिरा किया। इस मौके पर शहर के विभिन्न बाजारों में रोष मार्च निकाला गया और पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई।
असूल मंच के नेता जगतार ¨सह, चमकौर ¨सह, लक्की मोंगा व ¨बदरा ¨सह ने कहा कि पंजाब सरकार ने अपनी चुनावी घोषणा पत्र में वादे किए थे कि विकलांगों को 2500 रुपये पेंशन, पढ़े-लिखे विकलांगों को रोजगार आरक्षण 10 फीसद, 200 यूनिट बिजली बिल माफ, 5 मरले का प्लांट और रोजगार भत्ता दिया जाएगा। लेकिन सरकार अपने सभी वादों से मुकर चुकी है। जिसके चलते मजबूर होकर विकलांगों को यह खाली खटखटाओ आंदोलन जोकि 15 से 20 अगस्त तक, करना पड़ा रहा है और यह थाली खटखटाओं आंदोलन पूरे पंजाब भर में शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा कि विकलांगों की किसी भी सरकारी कार्यालय में सुनवाई नहीं हो रही है और उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने मांग की कि विकलांग, विधवा व बुढापा फार्म एक ही छत्त के नीचे भरे जाएं। इसके अलावा विकलांगों से सरकारी कार्यालयों में हो रहा दुर्व्यवहार बंद करने, किसी भी विकलांग को परेशान न करने, विकलांग, बुढ़ापा व विधवा की सभी स्कीमों में पटवारी, सरपंच व पार्षद की मोहर लगाने की नीति को खत्म करने, स्कीमों को सर्टीफिकेट के आधार पर ही लागू करने और जगह-जगह कैंप लगाए जाने, की मांग की गई।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांगों को मंजूर न किया तो आंदोलन को ओर भी तेज किया जाएगा। विकलांग सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होंगे और सरकारी कार्यालय के आगे रोष धरने दिए जाएंगे।
इस मौके पर जस¨वदर ¨सह, कुलदीप ¨सह, मोनूं कुमार, सुखदेव ¨सह, विक्की ¨सह, सरोज, राज कुमारी, राज कौर, सुखप्रीत कौर, नवदीप कौर, वीरपाल कौर, सुमन, धर्मदीप कौर, मनजीत कौर, राजवंती, जसपाल ¨सह, जरनैल ¨सह, फौजा ¨सह, जुगनूं, अंग्रेज, सुखमंदर ¨सह, गुरप्रीत ¨सह व जगजीत ¨सह आदि भी उपस्थित थे।