खुद को जनता का मसीहा साबित करने की जद्दोजहद
विधानसभा चुनाव की नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही प्रचार शुरू हो गया है।
प्रदीप कुमार सिंह, फरीदकोट
विधानसभा चुनाव की नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही जिले में सियासी पारा भी चरम पर पहुंच गया है। सभी दलों के प्रत्याशी जनता के दरबार में खुद को साफ-सुथरा एंव जनता का दुख-दर्द बांटने वाला जनता मसीहा साबित करने में जी-जान से जुटे है।
फरीदकोट जिले की तीनों विधानसभाओं में प्राय: सभी दलों के प्रत्याशी बिना किसी ठोस योजना के चुनाव प्रचार कर रहे हैं। उनके पास जनता को बताने को बस अपने विरोधी कमियां गिनाने के सिवाय कुछ नहीं दिखाई दे रहा है। यह लोग केवल अपने लिए वोट बैंक तलाश रहे हैं। इस बार चुनाव पांच कोणीय होने के कारण वोट बैंक ही नहीं एक-एक वोट की वैल्यू बढ़ गई है। एक-एक वोट साधने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है।
फरीदकोट जिले की तीनों विधानसभाओं में सभी प्रत्याशियों द्वारा गांव का रूख किया गया है, शहरों में उनकी उपस्थित न के बराबर है। सुबह से देर रात्रि तक प्रत्याशी गांवों के चक्कर काट रहे है, जबकि शहरों में उनकी महिलाओं ने मोर्चा संभाल रखा है। रोड शो व रैलियों पर पाबंदी होने के कारण पार्टी पदाधिकारी ही समर्थकों की भी छोटी-छोटी टीमें गठित की गई है, जिनमें जिम्मे एक-एक गांव व एक-एक वार्ड सौंपे गए है, जिन्होंने वहां पर ही डेरा डाल रखा है। हालांकि, इन लोगों के पास भी अपने प्रत्याशी के हक में वोट मांगने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है, बस खिला-पिला कर ही सबको अपने हक में करने का मंसूबा बनाए हैं।
फरीदकोट जिले की तीनों विधानसभाओं में कोटकपूरा में पीएलसी को छोड़कर सभी दलों व गठबंधन के प्रत्याशी चुनाव मैदान में डट गए है, जिन्होंने अपने चुनावी दफ्तर खोलने के साथ ही अपने हलकों में सक्रिय हो गए हैं। ऐसे में कैप्टन की पीएलसी पार्टी भाजपा गठबंधन के तहत कोटकपूरा सीट से अभी तक अपना प्रत्याशी तय नहीं कर पाई है, जिससे कोटकपूरा में यह स्थित साफ नहीं हो पा रही है कि कोटकपूरा में पार्टी का प्रत्याशी कौन होगा।