थानोंऔर सीआइए स्टाफ में बढ़ाई जाएगी सीसीटीवी कैमरों संख्या

पुलिस चौकियों और सीआइए स्टाफ में पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे

By JagranEdited By: Publish:Tue, 06 Apr 2021 11:16 PM (IST) Updated:Tue, 06 Apr 2021 11:16 PM (IST)
थानोंऔर सीआइए स्टाफ में बढ़ाई जाएगी सीसीटीवी कैमरों  संख्या
थानोंऔर सीआइए स्टाफ में बढ़ाई जाएगी सीसीटीवी कैमरों संख्या

जागरण संवाददाता, फरीदकोट : पुलिस चौकियों और सीआइए स्टाफ में पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे ताकि उक्त दफ्तरों व संस्थाओं की निगरानी कर यह देखा जा सके कि वहां पर मानवाधिकारों के अनुपालन होने के साथ मानवाधिकारों के उल्लंघन न होने पाए।

यह बात मंगलवार को फरीदकोट डिवीजन के सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नरों व एसएसपी के साथ बैठक के दौरान कमिश्नर रविद्र कुमार कौशिक ने कही। बैठक में फरीदकोट रेंज के आईजी डा. कौस्तुभ शर्मा, डिप्टी कमिश्नर फरीदकोट विमल कुमार सेतिया, डिप्टी कमिश्नर बठिंडा बीएस श्रीनिवासन, डिप्टी कमिश्नर मानसा महिदरपाल और मंडल के सभी एसएसपी मौजूद रहे।

बैठक को संबोधित करते हुए आयुक्त आर के कौशिक ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार मंडल के सभी जिलों में थाना, पुलिस चौकियों और सीआइए स्टाफ पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम किया जाना है, ताकि उपरोक्त संस्थाओं के कामकाज पर विशेष रूप से मानवाधिकारों के अनुपालन, मानवाधिकारों के उल्लंघन आदि पर नजर रखी जा सके।

उन्होंने सभी डिप्टी कमिश्नरों, एसएसपी को निर्देश दिए कि वे हर दो सप्ताह में सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच के लिए जिला स्तरीय कमेटी गठित करें, और अपनी रिपोर्ट कार्यालय को सौंपे और यह भी बताया कि किसी भी स्थान पर मानवाधिकारों का उल्लंघन तो नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि इन सभी कार्यों की निगरानी के लिए हर माह मंडल स्तरीय कमेटी की बैठक भी होगी।

बैठक के दौरान आईजी पुलिस फरीदकोट रेंज डा. कौस्तुभ शर्मा ने बताया कि सरकार के आदेशों के अनुसार प्रत्येक थाने में चार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जबकि गृह विभाग इनकी संख्या बढ़ाने की कार्रवाई कर रहा है। बैठक में एसएसपी फरीदकोट स्वर्णदीप सिंह ने बताया कि फरीदकोट जिले में सात थाने हैं। एसएसपी बठिडा भूपिदर जीत सिंह विर्क ने बताया कि बठिडा जिले में 20 थाने व एसएसपी सुरेंद्र लांबा मानसा ने बताया कि मानसा में 12 पुलिस थाने हैं। सभी थानों में चार-चार सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं और वह काम कर रहे हैं। इनकी निगरानी डीजीपी स्तर पर नियमित रूप से की जा रही है।

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