महादेव की प्रतिमा के निकट लोगों ने कियायोग

कोरोना संकट के बीच रविवार को जिले भर में छठा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Jun 2020 07:23 PM (IST) Updated:Mon, 22 Jun 2020 06:11 AM (IST)
महादेव की प्रतिमा के निकट लोगों ने कियायोग
महादेव की प्रतिमा के निकट लोगों ने कियायोग

जागरण संवाददाता, फरीदकोट

कोरोना संकट के बीच रविवार को जिले भर में छठा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। कोविड-19 के प्रकोप के चलते लोग एक जगह एकत्रित नहीं हुए, लिहाजा वह डिजिटल माध्यम से अलग-अलग कार्यक्रमों में इसका हिस्सा बने। यह पहला मौका रहा जब अंतरराष्ट्रीय योग दिवस डिजिटल प्लेटफॉर्म पर मनाया गया।

फरीदकोट शहर के रामबाग में महायोगी देवाधिदेव महादेव की प्रतिमा के निकट शहरवासियों द्वारा योग किया गया। जिले के अन्य हिस्सों में भी लोगों द्वारा सीमित संख्या में योग किया गया। हालांकि अधिकांश लोगों द्वारा अपने-अपने घरों में योग किए गए। बच्चों का योग प्रति ज्यादा लगाव देखा गया।

21 जून का दिन वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है। योग भी मनुष्य को दीर्घ जीवन प्रदान करता है।

योग, भारतीय ज्ञान की पांच हजार वर्ष पुरानी विरासत है। इसके प्रणेता महर्षि पतंजलि को माना जाता है। योग साधना में जीवन शैली का पूर्ण सार समाहित किया गया है। 21 जून उत्तरी उत्तरी गोला‌र्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है, जिसे कुछ लोग ग्रीष्म संक्रांति भी कहकर बुलाते हैं। भारतीय परंपरा के अनुसार ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन हो जाता है। कहा जाता है कि सूर्य के दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करने में बहुत लाभकारी होता है। इसी वजह से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाते हैं। उन्होंने बताया कि योग के कारण ही हमारे ऋषि-मुनियों ने सेहतमंद के दीर्घायु का रहस्य ढॅूढ़ा था।

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