पिछले 48 घंटों में हुई 28 एमएम बारिश, बढ़ी ठिठुरन

दो दिनों से हो रही रुक-रुक बारिश से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। पिछले 4

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Jan 2022 03:50 PM (IST) Updated:Sun, 23 Jan 2022 05:01 PM (IST)
पिछले 48 घंटों में हुई 28 एमएम बारिश, बढ़ी ठिठुरन
पिछले 48 घंटों में हुई 28 एमएम बारिश, बढ़ी ठिठुरन

जागरण संवाददाता, फरीदकोट

दो दिनों से हो रही रुक-रुक बारिश से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। पिछले 48 घंटों में जिले के विभिन्न हिस्सों में 28 मिलीमीटर बारिश हुई है। मौसम का रुख अगले दो दिनों तक ऐसे ही बने रहने की आशा है। बारिश होने और आसमान में बादलों के छाए रहने से लोगों को ठिठुरन भरी सर्दी से कुछ हद तक राहत मिली है। रविवार को फरीदकोट जिले का अधिकतम तापमान 16 और न्यूनतम दस डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम और अधिकतम तापमान में वृद्धि शुरू होने से लोगों को प्रचंड पड़ रही सर्दी से अब राहत मिलने की आशा व्यक्त की जा रही है।

अब तक हुई बारिश से गेहूं की फसल को कोई कहीं नुकसान नहीं पहुंचने की जानकारी है, परंतु यदि और बारिश होती है तो गेहूं की फसलों के धरासाई होने की आशंका बनी हुई है। मौसम के बदलते रुख को देखते हुए खेतीबाड़ी माहिरों द्वारा किसानों से अतिरिक्त सावधानी बरते की एहतियात देते हुए यदि फसल से संबंधी कोई जानकारी या समस्या हो तो वह तुंरत विभाग के दफ्तर से संपर्क कर सकते है। गत दिवस से हो रही हल्की से लेकर सामान्य बारिश के कारण ग्राहक घरों से बाहर न के बराबर निकल रहे है, जिससे दुकानदार दिन भर ग्राहकों को इंतजार कर वापस घर लौटकर जाने को मजबूर है।

बच्चों और बुजुर्गो का रखें ध्यान

सिविल सर्जन डा. संजय कपूर ने बताया कि इस तरह के मौसम में बच्चों व बुजुर्गो के विशेष रूप से देखभाल की जरूरत होती है, क्योंकि ऐसे में मौसम में संक्रमण खासकर फेफड़ों का संक्रमण ज्यादा होता है, जिसकी देखभाल की ज्यादा जरूरत होती है, ताकि बीमारी को बढ़ने से पहले ही इलाज कर ठीक किया जा सके।

आलू की फसल को होगा नुकसान

कृषि विभाग के अधिकारियों के मुताबिक यह बारिश और कड़ाके की ठंड जहां गेहूं के लिए फायदेमंद है, वहीं आलू, मटर और अन्य सब्जियों की काश्त के लिए नुकसान देह हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक आलू की फसल को झुलसा रोग लग सकता है।

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