खेतों में पराली न जलाकर पेपर मीलों में बेचे : डीसी

डिप्टी कमिश्नर की मंडी बोर्ड,प्रदूषण बोर्ड अधिकारियों के साथ बैठक जागरण संवाददाता,फरीदकोट डिप्टी

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Mar 2017 01:02 AM (IST) Updated:Fri, 24 Mar 2017 01:02 AM (IST)
खेतों में पराली न जलाकर पेपर मीलों में बेचे : डीसी
खेतों में पराली न जलाकर पेपर मीलों में बेचे : डीसी

डिप्टी कमिश्नर की मंडी बोर्ड,प्रदूषण बोर्ड अधिकारियों के साथ बैठक

जागरण संवाददाता,फरीदकोट

डिप्टी कमिश्नर राजीव पराशर ने प्रदूषण विभाग, मंडी बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान किसानों को खेतों में गेहूं की पराली को आग न लगाने के लिए जागरूक करने की हिदायत दी गई। उन्होंने कहा कि आग लगाने से जहां वातावरण प्रदूषित होता है, वही आम लोगों में बीमारी फैलने का डर बना रहता है। उन्होंने कहा कि जहां गेहूं की पराली को आग लगाने से धरती के मित्र कीट मरते हैं, वहीं उसकी उपजाऊ शक्ति भी कम होती है। इसके चलते फसल का झाड़ कम होता है। उन्होंने कहा कि जिस धरती पर हम खाने के लिए अनाज पैदा करते है, उस पर आग न जलाई जाए, बल्कि पराली को किसान बिजली पैदा करने वाले प्रोजेक्टों, पेपर मिलों, गत्ता बनाने वाली मिलों में बेचकर अपनी आमदन को बढ़ाएं। गेहूं की कटाई के बाद यह बात ध्यान में रखा जाए कि खेत में बची पराली को आग न लगाई जाए।

प्रदूषण विभाग के हरपाल ¨सह ने बताया कि जिले के किसानों को पराली न जलाने के बारे में जागरूक करने के लिए दो वैन अलग-अलग गांवों में रवाना की गई है। यह वैन 22 मार्च से अप्रैल के पहले हफ्ते तक चलाई जाएंगी। वैन पर पराली को आग लगाने से होने वाले नुकसान को दर्शाते पोस्टर भी लगे हुए हैं।

उन्होंने बताया कि फर्द केंद्रों में फर्द लेने के समय किसानों को फार्म पर आग लगाने का विज्ञापन व मोहर लगाकर दी जाएगी ताकि वह आग लगाने से पैदा होने वाले प्रदूषण के बारे में जागरूक हो सकें। इसको सही तरीके से कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है। इस मौके पर राज पाल ¨सह, एसडीओ मेजर ¨सह, गुरमीत ¨सह आदि हाजिर थे।

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