बिना आर्किटेक्चर की मंजूरी कैसे होगा नीरजा भनोट हॉस्टल का उद्घाटन

डॉ रविंद्र मलिक, चंडीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी में नीरजा भनोट के नाम पर ग‌र्ल्स हॉस्टल नंबर 10 बनकर तै

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 May 2018 03:51 PM (IST) Updated:Thu, 17 May 2018 03:51 PM (IST)
बिना आर्किटेक्चर की मंजूरी कैसे होगा नीरजा भनोट हॉस्टल का उद्घाटन
बिना आर्किटेक्चर की मंजूरी कैसे होगा नीरजा भनोट हॉस्टल का उद्घाटन

डॉ रविंद्र मलिक, चंडीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी में नीरजा भनोट के नाम पर ग‌र्ल्स हॉस्टल नंबर 10 बनकर तैयार है। 29 तारीख को उद्घाटन की डेट भी रख दी। पर पीयू ने यूटी प्रशासन से छह मंजिला इमारत के आर्किटेक्चर व डिजाइन की मंजूरी तक नहीं ली। इसको लेकर अब पीयू के अधिकारी फाइलों को लेकर यूटी आर्किटेक्ट विभाग के चक्कर काट रहे हैं। मामले को लेकर पीयू की जमकर किरकिरी भी हो रही है, क्योंकि करीब 22 करोड़ से हॉस्टल तो खड़ा कर दिया और मंजूरी लेना तक जरूरी नहीं समझा। दूसरी तरफ सवाल यह भी उठ रहा है कि बिना मंजूरी 29 को उद्घाटन कैसे होगा। विभाग उद्घाटन से तो नहीं मना कर रहा, लेकिन अधिकारिक परमिशन भी नहीं दे रहा। उसका तर्क है कि जो इमारत पहले ही बन गई उसकी परमिशन अब कैसे दी जा सकती है। विभाग ने यह तक कह दिया कि जब तक पूरे साउथ कैंपस की बिना नक्शे संबंधित मंजूरी की फाइल और जानकारी अधिकारिक रूप से नहीं जमा करवाई जाती, तब तक इस हॉस्टल के उद्घाटन की मंजूरी नहीं देंगे। इससे पहले भी पीयू ने नॉर्थ कैंपस में बिना आज्ञा के गेट के निर्माण पर लाखों रुपये खर्च कर दिए थे। यूटी के संबंधित विभाग ने इस पर आपत्ति भी जताई थी जिसके बाद आज तक काम पूरा नहीं हो पाया। हर फ्लोर पर 27 कमरे

हॉस्टल में हर फ्लोर पर 27 कमरे हैं। इनमें से हर फ्लोर पर 6 कमरे रिसर्च स्कोलर के लिए रिजर्व हैं जो कि बॉथरूम से अटैच हैं। हर कमरे में दो लड़कियां रहेंगी। 6 कमरे ग्राउंड फ्लोर पर भी हैं। इस तरह से पूरे हॉस्टल में कुल 168 कमरे हैं और हर रूम में दो के हिसाब से 336 लड़कियां रह सकती हैं। प्रशासन के पास साउथ कैंपस का प्लान नही

यह भी जानकारी सामने आई है कि पूरे साउथ कैंपस में ज्यादातर इमारतें बिना यूटी आर्किटेक्ट विभाग की जरूरी अनुमति के बनाई गई। किसी के लिए भी आर्किटेक्ट की परमिशन नहीं ली गई। अब विभाग ने उन सब की जानकारी भी पीयू से मांगी है।

कोट्स

आगे किसी भी इमारत का निर्माण होगा तो परमिशन लेंगे। फिलहाल यह इमारत तो तैयार हो गई है। आगे से ध्यान रखा जाएगा।

रेणुका सलवान, पीयू डीपीआर। हॉस्टल निर्माण के लिए आर्किटेक्चर और डिजाइन की मंजूरी पीयू ने नहीं ली। बिना डॉक्यूमेंट्स अधिकारिक मंजूरी नहीं दे सकते। पीयू को इसके लिए समय दिया गया है।

कपिल सेतिया, चीफ आर्किटेक्ट यूटी।

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