Drugs smuggling के लिए Drone का इस्तेमाल, Army के नायक सहित तीन गिरफ्तार

आतंकियों द्वारा Drone के प्रयोग की घटनाएं सामने आने के लगभग छह माह बाद पंजाब में अब ड्रग्स तस्करों द्वारा भी Drone का इस्तेमाल करने का खुलासा हुआ है।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Sat, 11 Jan 2020 09:43 AM (IST) Updated:Sun, 12 Jan 2020 09:10 AM (IST)
Drugs smuggling के लिए Drone का इस्तेमाल, Army के नायक सहित तीन गिरफ्तार
Drugs smuggling के लिए Drone का इस्तेमाल, Army के नायक सहित तीन गिरफ्तार

जेएनएन, चंडीगढ़। आतंकियों द्वारा Drone के प्रयोग की घटनाएं सामने आने के लगभग छह माह बाद पंजाब में अब ड्रग्स तस्करों द्वारा भी Drone का इस्तेमाल करने का खुलासा हुआ है। पुलिस ने ड्रग्स और हथियारों की तस्करी में शामिल अंबाला कैंट निवासी आर्मी के नायक सहित तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ नार्को आतंकवाद के नए माड्यूल को ध्वस्त करने का दावा किया है। पुलिस ने अमृतसर व करनाल से दो Drone बरामद किए हैैं। अंबाला कैंट से गिरफ्तार राहुल ओएलएक्स पर Drone खरीदता और बेचता था। 

DGP दिनकर गुप्ता ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पंजाब पुलिस ने भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित हरदो रतां गांव से धर्मेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया। इसके बाद अमृतसर के कलास गांव के बलकार सिंह और हरियाणा के अंबाला कैंट स्थित पूजा विहार के राहुल चौहान को गिरफ्तार किया। राहुल आर्मी में नायक है। धर्मेंद्र अमृतसर के धनोआ खुर्द गांव का रहने वाला है। इनके साथ शामिल रहे दो लोगों की तलाश जारी है। आरोपितों से चीन में बने दो अत्याधुनिक Drone, इसकी दो बैटरियां, Drone कंटेनर, दो वॉकी-टॉकी सेट, 6.22 लाख रुपये और इंसास राइफल की मैगजीन बरामद हुई है। गिरफ्तार लोगों में आर्मी का नायक शामिल है।

DGP ने बताया कि इन गिरफ्तारियों से Drone के इस्तेमाल का एक नया तरीका सामने आया है। अब तक की जानकारी के अनुसार दो से तीन किलोमीटर की रेंज वाले ये Drone इन तस्करों द्वारा भारतीय सीमा से पाकिस्तान भेजे जाते थे और वहां से इनके माध्यम से ड्रग्स व हथियार मंगवाए जाते थे। इन Drone's द्वारा अब तक ऐसे चार से पांच चक्कर लगाए जा चुके हैं। इन गिरफ्तारियों से पाकिस्तान में बैठे ड्रग्स और हथियारों के कुछ तस्करों का भी पता चला है।

एक वॉकी-टॉकी को भेजना था पाकिस्तान

DGP ने बताया कि राहुल चौहान सीधे तौर पर इन Drone को पाकिस्तान भेजने और वहां से हेरोइन या हथियारों के साथ वापस बुलाने में शामिल है। वह और उसके साथी ओटीटी प्लेटफार्म पर पाकिस्तानी तस्करों के साथ संपर्क में रहते थे। बरामद दो वॉकी-टॉकी में से एक को पाकिस्तान भेजा जाना था ताकि वहां बैठे तस्करों से इस पर संपर्क किया जा सके। ओटीटी ऐसा प्लेटफार्म है जो ऑन डिमांड वीडियो मुहैया करवाता है।

पहला Drone अमृतसर, दूसरा करनाल से मिला

DGP ने बताया कि पुलिस ने पहला Drone अमृतसर के मोधे गांव में एक सुनसान डिस्पेंसरी से बरामद किया। धर्मेंद्र और उसके साथियों ने यहां छिपाया था। दूसरा Drone राहुल की जानकारी पर करनाल (हरियाणा) के करण विहार स्थित उसके दोस्त के घर से बरामद किया गया।

ओएलएक्स पर कई Drone खरीदे-बेचे

राहुल ने पुलिस को बताया है कि उसने 2019 में ओएलएक्स से 1.50 लाख रुपये में काले रंग का एस्पायर-2 मॉडल का थोड़ा खराब Drone खरीदा था। उसने उसे ठीक करके 2.75 लाख रुपये में ओएलएक्स के माध्यम से बेच दिया। इसके बाद उसने पुणे से 3.20 लाख रुपये का नया Drone खरीदा और उसे अमृतसर के एक अपराधी को 5.70 लाख रुपये में बेचा। करनाल से बरामद किए गए Drone को उसने 5.35 लाख रुपये में खरीदा था जिसे अब पंजाब पुलिस ने बरामद किया है।

धर्मेंद्र पर पहले से दर्ज हैैं मामले

DGP ने बताया कि पंजाब पुलिस द्वारा सीमावर्ती क्षेत्रों में की जा रही मॉनिटरिंग से ही बलकार सिंह के बारे में सुराग मिले थे जो अमृतसर जेल में बंद था। उसके द्वारा अपने साथियों की मदद से सीमा से Drone के जरिये ड्रग्स मंगवाने का पता चला। धर्मेन्द्र के खिलाफ तरनतारन जिले में ड्रग्स की तस्करी के आरोप में पहले से तीन और बलकार सिंह के खिलाफ दो एफआइआर दर्ज हैं।

Article 370 हटाने के बाद पंजाब में देखे गए Drone

DGP ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में Article 370 हटाने के बाद अगस्त, 2019 में पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्र में पहली बार Drone देखे गए थे। माना जा सकता है कि 370 हटाने के बाद पाक में बैठे असामाजिक तत्वों का फोकस पंजाब हो गया। उन्होंने कहा कि खालिस्तान समर्थक संगठन सिख्स फॉर जस्टिस द्वारा चलाए जा रहे रेफरेंडम-2020 से इसका कोई लेनादेना नहीं है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब की सीमा पर Drone से स्मगलिंग या आतंकी गतिविधियां चलाए जाने पर केंद्र सरकार से गहरी चिंता व्यक्त की थी।

VIP सुरक्षा पर भी खतरे की आशंका

DGP ने एक सवाल के जवाब में माना कि स्मगलिंग और आतंकी गतिविधियों के लिए Drone के इस्तेमाल से VIP लोगों की सुरक्षा पर भी खतरे की आशंका है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने Drone के इस्तेमाल के लिए नियम निर्धारित किए हैं और इस विषय पर उच्च स्तर पर विचार जारी है। उन्होंने कहा कि यूएस और ऑस्टे्रलिया जैसे देशों में Drone को निष्क्रिय करने की तकनीक ईजाद कर ली गई है और भारत में भी मेक इन इंडिया के तहत ऐसे उपकरण तैयार करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

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