दो भाइयों ने गैंग बना इंश्योरेंस राशि लैप्स होने का झांसा देकर 200 लोगों को ठगा, छह काबू

गैंग के सरगना समेत छह आरोपितों को साइबर सेल ने गिरफ्तार कर लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 31 Jan 2020 08:52 PM (IST) Updated:Fri, 31 Jan 2020 08:52 PM (IST)
दो भाइयों ने गैंग बना इंश्योरेंस राशि लैप्स होने का झांसा देकर 200 लोगों को ठगा, छह काबू
दो भाइयों ने गैंग बना इंश्योरेंस राशि लैप्स होने का झांसा देकर 200 लोगों को ठगा, छह काबू

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : देशभर में इंश्योरेंस राशि लैप्स होने के बाद दोबारा पैसा जमा करवाने का झांसा देकर 200 लोगों से ऑनलाइन ठगी करने वाले गैंग के सरगना समेत छह आरोपितों को साइबर सेल ने गिरफ्तार कर लिया है। गाजियाबाद के वसुंधरा में फर्जी कॉल सेंटर चलाने के नाम पर ठगी का खेल करने वाला गैंग दो सगे भाइयों ने बनाया था। उनके कॉल सेंटर से पुलिस ने अलग-अलग कंपनियों के 100 सिम कार्ड, 100 एटीएम कार्ड, 25 मोबाइल, दो लैपटॉप और विभिन्न नाम की 100 पासबुक, 70 चेकबुक और 70 रजिस्टर बरामद किए हैं। पुलिस शुक्रवार को पांचों आरोपितों को जिला अदालत में पेश कर पांच दिन का रिमांड हासिल कर पूछताछ में लगी है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान गैंग के सरगना गाजियाबाद निवासी 28 वर्षीय अंकुर वर्मा, 30 वर्षीय गौरव वर्मा (दोनों भाई), 30 वर्षीय मनीष कुमार, 23 वर्षीय मुकेश कुमार और झारखंड निवासी 21 वर्षीय राजू राजन, 23 वर्षीय सूरज मुर्मु के तौर पर हुई है। चंडीगढ़ से अभी तीन शिकायतकर्ता हैं। एमकॉम है गौरव, डेढ़ साल पहले बनाया गैंग

सेक्टर-9 स्थित पुलिस हेडक्वार्टर में एसपी सिटी विनीत कुमार ने बताया कि गौरव वर्मा एमकॉम पास है। उसने अपने भाई अंकुर के साथ मिलकर डेढ़ साल पहले गैंग बनाना था। जिसमें झारखंड के राजू राजन, सूरज मुर्मु और ममता की भूमिका लोगों के अकाउंट और मोबाइल नंबर लेकर आना थी। सूरज ने अपना भी अकाउंट ठगी में इस्तेमाल कर रखा था। अभी तक फरार ममता की तलाश जारी है। ऐसे हुई गिरफ्तारी

सेक्टर-21 निवासी मोहन मुंजाल ने अगस्त 2019 में पुलिस में शिकायत दी। उन्होंने बताया कि एक कॉलर ने खुद को एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस कॉल सेंटर का कर्मी बोल उनकी इंश्योरेंस राशि लैप्स होने की बात बताई थी। इसी झांसे में लेकर आरोपितों ने अपने अकाउंट में साढ़े तीन लाख रुपये जमा करवा लिए। धोखाधड़ी का खुलासा होने के बाद शिकायत मिलने पर साइबर सेल डीएसपी डॉ. रश्मि शर्मा के नेतृत्व में इंस्पेक्टर देवेंदर सिंह और एसआइ सुनील कुमार की टीम ने ट्रेस कर गाजियाबाद से आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस के नाम पर ज्यादा ठगी

आरोपितों के पास बरामद 40 डायरी में ठगी के शिकार 200 लोगों के नाम और ठगी के पैसे दर्ज हैं। इससे खुलासा हुआ कि आरोपितों ने सबसे ज्यादा ठगी एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस के नाम पर की है। पुलिस जांच में लगी है कि आरोपितों को बैंक अकाउंट और डिटेल्स कहां से मिलते थे? पुलिस जांच में लगी है कि गैंग को लोगों के अकाउंट डिटेल्ट, मोबाइल नंबर कैसे मिल जाता था।

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