पंंजाब के पूर्व मंत्री धर्मसोत की बढ़ेंगी मुश्किलें, पत्नी के नाम 500 गज के प्लाट की बात चुनाव में छिपाई
पंजाब के पूर्व मंत्री साधू सिंह धर्मसोत की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार धर्मसोत पर अब नए मामले में केस दर्ज हो सकता है। जांच में खुलासा हुआ है कि चुनाव के दौरान उन्होंने अपनी पत्नी के नाम 500 गज के प्लाट की जानकारी छिपाई।
चंडीगढ़, [ इन्द्रप्रीत सिंह]। पूर्व कांग्रेस सरकार में वन मंत्री रहे साधू सिंह धर्मसोत अब नई मुश्किल में फंसते दिख रहे हैंं। इससे भ्रष्टाचार मामले में पिछले दिनों गिरफ्तार किए गए धर्मसोत की दिक्कत और बढ़ सकती हैं। उन पर पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान संपत्ति के बारे में जानकारी छिपाने का खुलासा हुआ है। इसके लिए उनके खिलाफ केस दर्ज हो सकता है।
धर्मसोत की पत्नी के नाम 500 गज का प्लाट, चुनाव आयोग से छिपाई जानकारी
पंजाब विजिलेंस की जांच में आया है कि मोहाली के सेक्टर-80 में एक कनाल का प्लाट उनकी पत्नी शीला देवी के नाम पर है। इसकी जानकारी उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल करते समय अपनी व अपनी पत्नी की चल व अचल संपत्ति के बारे में दिए शपथपत्र में नहीं दी थी। विजिलेंस ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का केस दर्ज करके जब उनके घर की तलाशी ली तो इस प्लाट के बारे में जानकारी सामने आई।
भ्रष्टाचार मामले में दर्ज केस की जांच में सामने आई संपत्ति, विजिलेंस ने की कार्रवाई की मांग
विजिलेंस ने इसकी जानकारी चुनाव आयोग को दे दी है। पंजाब चुनाव अधिकारी के दफ्तर के सूत्रों के अनुसार अगर यह आरोप साबित हो गया तो साधू सिंह धर्मसोत की परेशानी बढ़ सकती है। गलत जानकारी देने और जानकारी छिपाने को लेकर उनके खिलाफ केस भी दर्ज हो सकता है। भविष्य में उनके चुनाव लड़ने पर रोक भी लग सकती है।
उल्लेखनीय है कि छह जून को विजिलेंस ब्यूरो ने पूर्व वन मंत्री साधू सिंह धर्मसोत के खिलाफ केस दर्ज किया था। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। जांच में यह सामने आया है कि उन्होंने मई 2021 में मोहाली के सेक्टर 80 में प्लाट नंबर-27 अपनी पत्नी के नाम पर खरीदा था। नौ जून 2021 को ग्रेटर मोहाली डेवलपमेंट अथारिटी ने इसकी मलकीयत शीला देवी पत्नी साधू सिंह धर्मसोत के नाम पर ट्रांसफर कर दी। गमाडा के रिकार्ड के अनुसार 31 जनवरी, 2022 तक शीला देवी इस प्लाट की मालकिन थीं।
दो मार्च 2022 को शीला देवी ने गमाडा को एक एफिडेविट दिया, जिसमें इस प्लाट को राज कुमार और कश्मीर सिंह के नाम पर ट्रांसफर करने के लिए लिखा गया था। साधू सिंह धर्मसोत ने 31 जनवरी, 2022 को नाभा विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र भरा था, जिसके साथ उन्होंने अपना और अपनी पत्नी की चल और अचल संपत्ति का शपथ पत्र लगाया।
इसमें जो विवरण दिया गया है उसमें इस प्लाट का कोई जिक्र नहीं किया गया। उन्होंने अपनी पत्नी के नाम पर जो अचल संपत्ति का विवरण दिया है, उसमें गांव रोहटा में सात बिस्वा जमीन खरीदी दिखाई है। यह उन्होंने तीन मई 2012 को खरीदी थी। गैर कृषि संपत्ति में 11 मई, 1995 को पशुओं के लिए पांच मरले का शेड बीड़ अमलोह में और 2970 फीट का प्लाट बीड़ अमलोह में खरीदा बताया है, जो उन्होंने 22 सितंबर 2019 को लिया था।
चुनाव आयोग को विजिलेंस के मिले पत्र से साफ है कि मोहाली में 500 गज के प्लाट के बारे में साधू ¨सह धर्मसोत को पूरी जानकारी थी, लेकिन उन्होंने यह जानकारी छिपाकर जन प्रतिनिधि कानून की धारा-125 एक का उल्लंघन किया है। विजिलेंस ने साधू ¨सह धर्मसोत के खिलाफ इस कानून के तहत कार्रवाई की मांग की है।