थिएटर आर्टिस्ट जुल्फिकार खान जेल में कैदियों को नाटक से कर रहे जागरूक
कैदियों के साथ सोशल अवेयरनेस को लेकर नाटक करना शुरू कर दिया है।
राजन सैनी, चंडीगढ़ : थिएटर आर्टिस्ट जुल्फिकार खान ने अब बुड़ैल जेल में कैदियों के साथ सोशल अवेयरनेस को लेकर नाटक करना शुरू कर दिया है। जुल्फिकार बच्चों के यौन शोषण के मामले में 21 साल कैद की सजा काट रहा है। रविवार को कुछ कैदियों ने जुल्फिकार के निर्देशन में उसके साथ ही प्लास्टिक से होने वाले नुकसान औैर इसका प्रयोग न करने को लेकर नाटक किया। जुल्फिकार थिएटर एज ग्रुप का संस्थापक है। इस दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर विशेष वित्त सचिव आइपीएस हरीश नैय्यर को बुलाया गया था। इसके साथ ही संयुक्त आइजी जेल एचसीएस विराट व अन्य जेल के अधिकारी भी वहां पर उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि ने नाटक का प्रदर्शन करने वाले कैदियों को प्रशंसा पत्र वितरित किए। इससे पहले भी जेल में करता रहा है नाटक
बता दें कि जुल्फिकार का यह पहला नाटक नहीं है जो उन्होंने जेल में कैदियों के साथ किया है। इससे पहले भी समय-समय पर वह जेल में सोशल अवेयरनेस को लेकर नाटक करते रहता है। जेल प्रशासन के कहने पर जुल्फिकार ने गांधी जयंती के मौके पर पानी के होने वाले दुरुपयोग को लेकर पहले नाटक कोई मेरे लिए भी आवाज उठाओ का निर्देशन किया था। कैदियों को जागरूक करने के लिए आगे होने वाले नाटक
जेल प्रशासन आने वाले दिनों में जुल्फिकार से अन्य सोशल अवेयरनेस को लेकर नाटक करवाने का प्लान बना रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक जेल प्रशासन बायोगैस, ड्रग्स के नुकसान जैसे विषयों पर कैदियों को जागरूक करने के लिए नाटक करवाने के बारे में सोच रहा है। खान थिएटर ग्रुप में 20 से ज्यादा कैदी, जेल प्रशासन खर्चा करने को तैयार
जेल प्रशासन को जुल्फिकार खान की प्रतिभा के बारे में 15 अगस्त को पता चला जब वह पांच-छह कैदियों के साथ मिलकर प्ले की तैयारी कर रहा था। इसके बाद जेल अधिकारियों ने उसे प्रोत्साहन देते हुए और नाटक करने को कहा। खान इस समय जेल में खान थियेटर ग्रुप चला रहा है। ग्रुप में 20 से भी ज्यादा कैदी प्ले करते हैं। जेल प्रशासन ग्रुप के लिए उनकी जरूरत के मुताबिक अलग से कॉस्टयूम और इंस्ट्रूमेंट खरीदने के बारे में प्लान कर रहा है। प्ले में किरदार निभाने वाले कैदियों को जेल प्रशासन अलग से रिफ्रेशमेंट और रिहर्सल करने के लिए समय दे रहा है। खान द्वारा तैयार किए जा रहे नाटक कैदियों को पॉजिटिव वातावरण देने और शिक्षित करने में मदद कर रहे हैं। कैदियों को जागरूक करने के लिए समय-समय पर नाटक करवाए जा रहे हैं। इससे कैदियों को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है। आगे भी ड्रग्स से होने वाले नुकसान और अन्य सामाजिक मुद्दों पर नाटक करवाए जाएंगे ताकि जेल में सजा काट रहे कैदी जब बाहर जाएं तो समाज में अच्छी सोच लेकर अच्छा संदेश दें।
-विराट, संयुक्त आइजी, जेल