शिवालिक गार्डन का नाम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर नहीं रखेगा प्रशासन
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी पर रखने का निर्णय लिया था।
राजेश ढल्ल, चंडीगढ़ : नगर निगम ने शहर के शिवालिक गार्डन का नाम पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी पर रखने का निर्णय लिया था। मनीमाजरा के गार्डन के लिए बाकायदा प्रस्ताव भी पास किया गया था, लेकिन प्रशासन ने भाजपा शासित नगर निगम को झटका देते हुए मंजूरी नहीं दी है। प्रशासन ने इस प्रस्ताव पर यह कहते हुए आपत्ति लगा दी है कि ली कार्बूजिए के नक्शे के अनुसार शहर में न तो कोई मूर्ति लग सकती है और न ही किसी व्यक्ति विशेष पर किसी सार्वजनिक स्थल का नाम रखा जा सकता है। प्रशासन की ओर से लगाई गई आपत्ति की जानकारी कमिश्नर केके यादव ने 28 फरवरी को हुई सदन की बैठक में भी मेयर और पार्षदों को दी है। मालूम हो कि पिछले साल अगस्त में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हुआ था। इसी माह के अंत में हुई सदन की बैठक में वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए फैसला लिया गया था कि शिवालिक गार्डन का नाम बदलकर अटल बिहारी वाजपेयी पर रखा जाए। ऐसे फैसलों पर होती है निकाय सचिव की मंजूरी
मालूम हो कि इस तरह के अहम फैसलों पर प्रशासन के स्थानीय निकाय सचिव की मंजूरी की जरूरत होती है। आपत्ति लगाने से पहले प्रशासन ने नगर निगम से लिखित में यह भी पूछा था कि क्या भूतकाल में इस तरह से किसी गार्डन और सरकारी जगह का नाम किसी के नाम पर रखा गया है। लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ है। मालूम हो कि शहर का प्लान ली कार्बूजिए के नक्शे के अनुसार ही हुआ है। प्रशासक से बात करेंगे : मेयर
मेयर राजेश कालिया का कहना है कि कमिश्नर ने बताया है कि प्रशासन ने वाजपेयी पर नाम रखने पर आपत्ति जताई है। इसके लिए एक बार फिर से प्रशासक वीपी सिंह बदनौर से बात करेंगे। वाजपेयी ऐसे पीएम और नेता थे, जिन्हें कभी भी भूला नहीं जा सकता। ऐसे में शहर में कम से कम एक जगह तो उनके नाम पर होनी चाहिए। मनीमाजरा लाइट प्वाइंट का नाम अग्रवाल चौक रखने का प्रस्ताव भी हो चुका है खारिज
नगर निगम के पिछले कार्यकाल में भी उस समय के तत्कानीन भाजपा पार्षद देसराज ने सदन में मनीमाजरा लाइट प्वाइंट को अग्रवाल चौक के नाम से रखने का प्रस्ताव पास करवाया था, लेकिन उस पर भी प्रशासन ने मंजूरी नहीं दी थी। लेकिन सेक्टर-22 का पार्क पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू के नाम पर
सेक्टर-22 में जो किरण सिनेमा के पास गार्डन है, वह पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू के नाम पर है। ऐसे में भाजपा पार्षदों का कहना है कि जब जवाहर लाल नेहरू के नाम पर पार्क हो सकता है, तो वाजपेयी के नाम पर क्यों नहीं। कांग्रेस नेता एवं पूर्व मेयर सुभाष चावला का कहना है कि पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू ने 1954 में इस जगह से खड़े होकर भाषण दिया था। जिस समय इस जगह को जवाहर लाल नेहरू के नाम पर रखने का फैसला लिया गया था, उस समय चंडीगढ़ ज्वाइंट पंजाब का हिस्सा था और प्रदेश सरकार को इस तरह के निर्णय लेने का अधिकार था। आइटी पार्क का नाम राजीव गांधी पर, एक जैसे नियम हों लागू
पूर्व मेयर और भाजपा नेता अरुण सूद का कहना है कि जब आइटी पार्क का नाम पूर्व पीएम राजीव गांधी टेक्नोलॉजी पार्क रखा जा सकता है, तो गार्डन का नाम वाजपेयी पर रखने पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने पिछले साल सेक्टर-38 में नई ग्रीन बेल्ट का उद्घाटन सांसद किरण खेर से करवाया था। बेल्ट का नाम भी अटल वाटिका रखा था। अधिकारियों ने इसके लिए भी मंजूरी नहीं दी। एक जैसा नियम लागू होना चाहिए। अब शहर में मटका चौक है, बताओ यह किसको प्रेरणा दे रहा है। शहर के पार्क और गलियां शहीदों और ऐसे महापुरुषों के नाम पर होनी चाहिए। महापुरुषों के नाम पर अगर किसी जगह का नाम रख दिया जाए, तो इसकी मंजूरी मिलनी चाहिए।