राकेश कुमार पोपली को डीएसई और अल्का मेहता को मिला डीईओ का चार्ज

कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए सेक्टर-9 और 19 में स्थित शिक्षा विभाग के कार्यालय में सिर्फ पचास प्रतिशत स्टाफ आने के भी निर्देश जारी हुए है।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Wed, 09 Sep 2020 10:13 AM (IST) Updated:Wed, 09 Sep 2020 10:13 AM (IST)
राकेश कुमार पोपली को डीएसई और अल्का मेहता को मिला डीईओ का चार्ज
राकेश कुमार पोपली को डीएसई और अल्का मेहता को मिला डीईओ का चार्ज

चंडीगढ़, जेएनएन। डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन रूबिंदरजीत सिंह बराड़ के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद डीएसई का चार्ज लिंक ऑफिसर राकेश कुमार पोपली को दे दिया गया है। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी हरबीर सिंह आनंद के देहांत के बाद अतिरिक्ति कार्यभार डिप्टी डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन अल्का मेहता को जारी किया गया है। वहीं कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए सेक्टर-9 और 19 में स्थित शिक्षा विभाग के कार्यालय में सिर्फ पचास प्रतिशत स्टाफ आने के भी निर्देश जारी हुए है। उल्लेखनीय है कि दोनों ही कार्यालयों में अभी तक पूरा स्टाफ आ रहा था।

कोरोना लक्षण वालों के विभाग कराएगा टेस्ट

पचास प्रतिशत स्टाफ आने के ऑर्डर के साथ ही यह भी क्लीयर किया गया है कि दोनों ही कार्यालय में काम करने वाले या अधिकारी को कोरोना के कोई भी लक्षण सामने आते है तो उसके टेस्ट शिक्षा विभाग जीएमएसएच-16 और जीएमसीएच-32 में करवाएगा। यह निर्देश मंगलवार को शिक्षा सचिव सरप्रीत सिंह गिल ने जारी किए है। शिक्षा सचिव सरप्रीत सिंह ने बताया कि एमएचए की गाइडलाइन के अनुसार निर्देश जारी किए है। सेक्टर-9 और 19 के अलावा सेक्टर-42 के पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज फॉर गल्र्स में चल रहे रूसा के कार्यालय में भी स्टाफ को कम करने के निर्देश जारी हुए है। वहीं स्कूल में काम करने के लिए भी ङ्क्षप्रसिपल सहित मात्र पांच लोगों के स्टाफ को स्कूल आने के निर्देश जारी हुए है।

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ये भी पढ़ेंः लॉकडाउन के बाद स्कूलों को खोलने पर चर्चा

मोहाली: उकरेज इंटरनेशनल स्कूल में पहला वर्चुअल इंटर-स्कूल प्राइमरी संसदीय वाद-विवाद आयोजित किया गया। कोविड-19 के बाद स्कूलों को फिर से खोलने के लिए आवश्यक एहतियाती उपायों पर चर्चा की गई। वेबिनार में जेम्स कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल होशियारपुर, चेन्नई विद्यालय सोलन, एमआरए मॉडर्न पब्लिक स्कूल, यूनिसन वल्र्ड स्कूल, सेंट सोल्जर स्कूल ढकौली, रिचमोड ग्लोबल स्कूल, जीडी गोंशव वर्ल्ड स्कूल सहित कई स्कूल शामिल हुए। इस लाइव सेशन के दौरान महामारी के बाद  स्कूलों को फिर से खोलने के बाद छात्रों के सामने आने वाली समस्याओं पर चर्चा की गई। इसके साथ ही, कोरोना काल के दौरान डिजिटल शिक्षा, जो स्कूली शिक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है उसके भविष्य पर भी चर्चा की गई। यह मान लिया गया कि जिस तरह से कोरोना अवधि के दौरान  डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़े गए छात्रों को अब इस प्लेटफार्म की जरूरत महसूस होती रहेगी। एक के बाद एक विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने चर्चा करते हुए अपनी बुद्धिमत्ता को साबित किया। प्रिंसिपल रमनजीत घुम्मन ने कहा कि छात्र लॉकडाउन के समय लगभग अपने घरों में बंद से हो गए हैं। जबकि इस तरह के सेशन  छात्रों के ज्ञान में इजाफा करते हैं। जबकि इस सत्र के लिए विभिन्न स्कूलों के छात्रों के लिए एक सप्ताह का प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित किया गया था। जिसमें छात्रों को इस वेबिनार के उद्देश्य और आवश्यक विषयों के बारे में अवगत कराया गया।

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