हर हालात में जीना सीखो, परिवार को वक्त दो और किताबें पढ़ो : प्रो. परविदर सिंह

कोरोना वायरस की दस्तक ने लोगों को मुश्किल में डाल दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Mar 2020 08:08 PM (IST) Updated:Fri, 27 Mar 2020 06:05 AM (IST)
हर हालात में जीना सीखो, परिवार को वक्त दो और किताबें पढ़ो : प्रो. परविदर सिंह
हर हालात में जीना सीखो, परिवार को वक्त दो और किताबें पढ़ो : प्रो. परविदर सिंह

डॉ. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़ : कोरोना वायरस की दस्तक ने लोगों को मुश्किल में डाल दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना से निपटने के लिए देशभर में 21 दिन का लॉकडाउन जारी कर दिया। चंडीगढ़ जैसे लाइव शहर में ऐसे आदेशों से मानो लोगों की जिदगी थम सी गई है। चंडीगढ़ में तो क‌र्फ्यू लागू होने से घर से बाहर निकलने का कोई चांस ही नहीं। लोग इतने दिनों तक किस तरह घर में कैद रहेंगे। यह कई लोगों के लिए चिता का विषय बन गया है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो घर में रहकर भी खुश हैं और कामकाज के साथ परिवार को वक्त दे रहे हैं। लोग पुरानी फिल्में, शादी की वीडियो के साथ बच्चों के साथ किताबें पढ़ रहे हैं। दैनिक जागरण आज से शहर के कुछ खास लोगों से लॉकडाउन के बाद उनकी बदली रुटीन के बारे में उनके अनुभवों को पाठकों के साथ साझा करेगा। पहली कड़ी में पेश है पंजाब यूनिवर्सिटी के कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन प्रो. परविदर सिंह से विशेष बातचीत ..। तीन लाख स्टूडेंट्स की परीक्षाओं की जिम्मेदारी

पंजाब यूनिवर्सिटी और एफिलिएटेड 194 कॉलेजों के तीन लाख से अधिक स्टूडेंट्स की परीक्षाओं से जुड़ी बहुत ही अहम जिम्मेदारी पीयू कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन (सीओई) प्रो. परविदर सिंह पर है। लॉकडाउन से पहले परीक्षाओं की तैयारियां अंतिम चरण में चल ही रही थीं, अचानक कोरोना वायरस की दस्तक ने पूरी प्लानिग को बिगाड़ दिया। अब परीक्षा कब होगी अभी इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। हालात सुधरने के बाद परीक्षा के लिए प्रो. परिवंदर सिंह अपनी पूरी टीम के साथ अभी भी तैयारियों में जुटे हैं। घर से ही ऑफिस चल रहा है। संबंधित अधिकारियों से लगातार फोन और वॉट्सएप पर संपर्क बनाए हुए हैं। दैनिक जागरण से बातचीत में प्रो. परविदर सिंह ने कहा कि यह मुश्किल समय हैं, ऐसे हालात में घर में रहने के सिवाय कोई विकल्प नहीं है। यह सभी के लिए एकजुट होकर परीक्षा (कोरोना से लड़ने) का समय है। उन्होंने कहा कि सभी को सरकार के निर्देशों का पालन करना चाहिए। बायोग्राफी पढ़ रहे, परिवार को भी दे रहे समय

प्रो. परविदर सिंह बताते हैं कि लॉकडाउन के बाद से ही घर में हैं। परिवार के साथ वक्त बिताने का समय मिला है। पढ़ने का शुरू से ही शौक रहा है, लेकिन व्यस्ता के कारण खुद के लिए ज्यादा समय नहीं निकाल पाया। आजकल पसंद की हस्तियों की बायोग्राफी पढ़ रहा हूं। पंजाबी लिटरेचर के साथ ही डॉ. अब्दुल कलाम की मोटिवेशन किताबें निकाली हैं। डॉ. परविदर ने बताया कि एक अप्रैल को छोटी बेटी की शादी तय थी। लेकिन मौजूदा हालात में परिवार और रिश्तेदारों की सुरक्षा को देखते हुए फिलहाल शादी की तिथि को बदल दिया है। स्वतंत्रता सेनानी पिता सरदार अवतार सिंह, बेटी जसवीन, बेटे गुरकीरत और पत्नी भवजोत को भी समय दे रहे हैं। अब तो कीचन में चाय भी खुद बना लेते हैं। सुबह उठने से लेकर अन्य रुटीन कामों में कोई बदलाव नहीं है। प्रो. परविदर सिंह ने लोगों से अपील की है कि सभी इस समय को सकारात्मक सोच के साथ सही प्रयोग करें।

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