दिव्यांगता के बावजूद अद्भुत जज्बा है इस दंपती में, अब तक जीत चुका है कई मेडल

दिव्यांगता के बावजूद मुकेश और पूनम पैरा ओलंपिक, पैरा कॉमनवेल्थ गेम्स और ओपन वर्ल्ड कप टेबल टेनिस टूर्नामेंट में जीत दर्ज करा चुके हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Sun, 16 Sep 2018 04:51 PM (IST) Updated:Sun, 16 Sep 2018 04:51 PM (IST)
दिव्यांगता के बावजूद अद्भुत जज्बा है इस दंपती में, अब तक जीत चुका है कई मेडल
दिव्यांगता के बावजूद अद्भुत जज्बा है इस दंपती में, अब तक जीत चुका है कई मेडल

चंडीगढ़ [विकास शर्मा]। पति -पत्नी में अक्सर नोकझोंक ही होती है और ज्यादातर दंपती इसी नोकझोंक की हार -जीत में अपना जीवन गुजार देते हैं। लेकिन, मुकेश और पूनम में रोज टेबल टेनिस का मुकाबला होता है। शाम को दोनों घंटों टेबल टेनिस की प्रैक्टिस करते हैं। दिव्यांगता के बावजूद यह दंपती पैरा ओलंपिक, पैरा कॉमनवेल्थ गेम्स और ओपन वर्ल्ड कप टेबल टेनिस टूर्नामेंट में जीत दर्ज कर चुका है यह दंपती अपने दिव्यांग होने का रोना नहीं रोता, बल्कि खुशहाल का जीवन जी रहा है। इस जोड़े का चयन पैरा एशियन गेम्स के लिए हुआ है। यह प्रतियोगिता जकार्ता में 6  से 13 अक्टूबर के बीच आयोजित होगी।

ट्रेन के नीचे आ रहे बच्चे को बचाने में कटी थी टांग

मुकेश ने बताया कि साल 2003 में वह एक टूर्नामेंट में हिस्सा लेने की दिल्ली गए थे। वापसी के दौरान भिवानी रेलवे स्टेशन पर एक बच्चा खेलते अचानक पटरी पर आ गया, दूसरी तरफ से ट्रेन आ रही थी। मुझे कुछ भी समझ नहीं आया मैंने झपट कर बच्चे को दूसरी तरफ धकेल दिया। इसी हादसे में मेरी टांग कट गई, लेकिन मुझे खुशी है कि बच्चा बच गया। इसी घटना के बाद उन्हें 2004 में तत्कालीन राष्ट्रपति अब्दुल कलाम ने बहादुरी पुरस्कार जीवन रक्षा पदक से सम्मानित किया था।

मुकेश ने इंटरनेशनल प्रतियोगिता में जीते हैं 30 मेडल

ओलंपिक, कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में हिस्सा ले चुके मुकेश कुमार अभी तक नेशनल गेम्स में 14 गोल्ड मेडल, 8 सिल्वर मेडल और ब्रांज मेडल 7 मेडल जीते हैं। इतना ही नहीं, इंटरनेशनल स्तर पर भी मुकेश का प्रदर्शन शानदार रहा है। इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में वह 6 गोल्ड, 10 सिल्वर और 14 ब्रांज मेडल जीत चुके हैं।

मुकेश को मिल चुके हैं कई अवार्ड

पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम द्वारा देश का सबसे बड़ा बहादुरी का जीवन रक्षा पदक। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी द्वारा नेशनल अवार्ड। पंजाब के राज्यपाल ओपी मां की ओर से रेड एंड व्हाइट बहादुरी पुरस्कार। हरियाणा सरकार की तरफ से स्टेट अवार्ड। हरियाणा सरकार की तरफ से पर्यावरण रक्षक अवार्ड। हरियाणा सरकार की तरफ से गॉडफैरी फिलिपींस बहादुरी अवार्ड। हरियाणा सरकार की तरफ विवेकानंद अवार्ड।

पूनम इंटरनेशनल स्तर पर जीत चुकी हैं 7 मेडल

पीयू में एलएलएम की पढ़ाई कर रही पूनम ने बताया कि उन्होंने साल 2009 में शादी के बाद मुकेश के साथ टेबल टेनिस खेलना शुरू किया था। पोलियो होने की वजह से उन्हें शुरूआत में दिक्कत महसूस हुई, लेकिन कुछ दिनों की मेहनत के बाद मुझे इस खेल में मजा आने लगा। अब तक उसने इंटरनेशनल स्तर पर 3 गोल्ड, 2 सिल्वर और 2 ब्रांज मेडल जीते हैं। वहीं राष्ट्रीय स्तर उसने 8 गोल्ड, 14 सिल्वर और 5 ब्रांज मेडल जीते हैं।

केरल बाढ़ पीडि़तों के लिए दिया सवा लाख रूपया

इतना ही यह दंपती बराबर रूप से समाज सेवा में भी लगा रहता है। मुकेश ने बताया कि हर रविवार को पूरा शेड्यूल फिक्स होता है। फिर चाहे कार्यक्रम पौधारोपण का हो, रक्तदान शिविर हो या फिर नशा विरोधी अभियान का हो। इतना ही नहीं परिवार की तरफ से हाल ही में केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए सवा लाख रूपये की राशि दान की गई। इसमें उनके बेटे यजप कुमार ने भी गोलक तोड़कर योगदान दिया।

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