चंडीगढ़ में फल व सब्जियों के सरकारी रेट का लोगों को नहीं मिल रहा फायदा, वेंडर्स वसूल रहे ज्यादा दाम
चंडीगढ़ में बिकने वाली सब्जियां और फल के दाम अब हर दिन प्रशासन तय करता है लेकिन लोगों का कहना है कि तय रेट के अनुसार सब्जियां नहीं मिलती है। वेंडर्स उससे ज्यादा रेट वसूल करके लूटते हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। शहर में बिकने वाली सब्जियां और फल के दाम अब हर दिन प्रशासन तय करता है लेकिन लोगों का कहना है कि तय रेट के अनुसार सब्जियां नहीं मिलती है। वेंडर्स उससे ज्यादा रेट वसूल करके लूटते हैं। ऐसे में मार्केट कमेटी की ओर से हर दिन तय किए जा रहे रेट्स पर सवाल खड़ा हो रहा है। कमेटी के अधिकारियों के अनुसार वह सिर्फ रेट ही तय कर सकते हैं, अब वेंडर्स उस रेट पर ही बेचे, इसके लिए वह कुछ नहीं कर सकते हैं।
फासवेक के अध्यक्ष बलजिंदर सिंह बिट्टू ने कहा कि वेंडर्स प्रशासन की ओर से तय किए गए सरकारी रेट पर सब्जियां और फल बेचे, इसके लिए अलग से टीम का गठन किया जाना चाहिए या फिर इसकी जिम्मेवारी नगर निगम के अतिक्रमण हटाओ दस्ते को दी जानी चाहिए, क्योंकि शहर में वेंडर्स पर दस्ते का कंट्रोल होता है। क्राफ्ड के वाइस चेयरमैन सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि कई बार ऐसा होता है कि हर दिन जो रेट तय होते हैं, उससे ज्यादा रेट पर वेंडर्स सब्जियां बेचते हैं।
लाकडाउन से हो रहे हैं रेट तय
लाकडाउन के दौरान शहरवासियों की सुविधा के लिए कमिश्नर केके यादव के आदेश पर मार्केट कमेटी ने सब्जियों और फल के दाम तय करने का सिस्टम शुरू किया था। प्रतिदिन होलसेल के रेट को देखते हुए उससे ऊपर 20 से 30 फीसद का मार्जन रखकर रिटेल के दाम तय करने की जिम्मेवारी मार्केट कमेटी के सचिव के पास है। इस समय शहर में लगने वाली साप्ताहिक मंडियां बंद है। इस समय शहर में 800 से ज्यादा वेंडर्स सब्जी और फल बेचने का काम कर रहे हैं।
सब्जियों के रेट, जो कमेटी ने तय किए है
सब्जियां रेट(प्रति किलो)
प्याज 45
फुल गोभी 20
मटर 25
मिर्च 60
गाजर 20
अरबी 30
शिमला मिर्च 50
लहसुन 120
खीरा 40
करेला 60
लोकी 30
भिंडी 60
नींबू 50
अदरक 50
बैगन 15
टमाटर 20
आलू 20
फ्रासबिन 30
फल के हैं यह रेट
केला 60 रुपये दर्जन
अनार 120
सेब 150
किन्नू 25