अब नहीं क्रॉस कर पाएंगे रेड लाइट, सिग्नल होते ही बंद होगा बूम बैरियर

चालान और खुद के साथ दूसरों की जान को खतरे में डालना होता है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 06:49 PM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 06:49 PM (IST)
अब नहीं क्रॉस कर पाएंगे रेड लाइट, सिग्नल होते ही बंद होगा बूम बैरियर
अब नहीं क्रॉस कर पाएंगे रेड लाइट, सिग्नल होते ही बंद होगा बूम बैरियर

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : ट्रैफिक लाइट्स पर नियमों को तोड़ने का परिणाम सड़क हादसा, चालान और खुद के साथ दूसरों की जान को खतरे में डालना होता है। अकसर कई वाहन चालक जल्दबाजी में रेड लाइट तोड़कर भागने की कोशिश करते हैं। लेकिन अब रेड लाइट होने के बाद वाहन चालक चाहते हुए भी नियम तोड़कर भाग नहीं पाएंगे। रेड सिग्नल होते ही सेंसर के माध्यम से बूम बैरियर बंद हो जाएगा। जबकि ग्रीन लाइट होते ही बैरियर लाइट सेंसर से खुल जाएगा। इस बूम बैरियर विद ट्रैफिक सिग्नल नामक डिवाइस को 13 वर्षीय पारस गोयल और आठ वर्षीय गर्व गोयल ने तैयार किया है। इसे लागू करवाने के लिए चंडीगढ़ और पंजाब ट्रैफिक विग के आलाधिकारियों के साथ इनके पेरेंट्स मीटिग करने वाले हैं। पारस गोयल और गर्व गोयल जीरकपुर में पेरेंट्स के साथ रहते हैं। दोनों भाई चंडीगढ़ के निजी स्कूल से पढ़ाई कर रहे हैं। पारस गोयल ने बताया कि पापा के सिग्नल तोड़ने के बाद ही उनके दिमाग में आइडिया आया था। वाहन चालक के सिग्नल तोड़ने के सड़क हादसों के साथ जेब्रा क्रॉसिग पर चलने वाले लोगों को भी परेशानी होती है। यह बूम बैरियर ट्रैफिक लाइट्स के सिग्नल सेंसर से चलने के साथ मोबाइल से भी ऑपरेट किया जा सकता है। ट्रैफिक सिग्नल के साथ एक साधारण गति में बूम बैरियर अपना काम करेगा। वाहनों की संख्या पर ट्रैफिक मैनेज करेगा बैरियर

पारस गोयल ने बताया कि वह इस डिवाइड में साउंड सिस्टम भी अटैच कर रहे हैं। ताकि वाहन चालकों को दूर से ही पता चल जाए कि बैरियर बंद होने या खुलने वाला है। इसके साथ एक ऐसा सेंसर सिस्टम सेट करना है कि अगर किसी रेड लाइट पर वाहनों की संख्या ज्यादा है तो उधर का बैरियर जल्द खुलकर थोड़ा देर तक चालू रहेगा।

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