मोहाली निकाय चुनावः चुनाव जीतने के लिए किसानों को बनाया जा रहा ढाल, पार्टी कार्यालयों में लगे किसानों के झंडे

मोहाली निकाय चुनाव में अब कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को भी राजनीतिक दल के उम्मीदवारों जीत के लिए ढाल बना दिया है। मोहाली में चुनाव के लिए मैदान में उतरे उम्मीदवारों ने अपने कार्यालय के बाहर किसानों के समर्थन में झंडे लगाने शुरू कर दिए हैं।

By Ankesh KumarEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 02:37 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 02:37 PM (IST)
मोहाली निकाय चुनावः चुनाव जीतने के लिए किसानों को बनाया जा रहा ढाल, पार्टी कार्यालयों में लगे किसानों के झंडे
मोहाली में एक पार्टी ऑफिस के बाहर किसानी झंडे के रंग पर बहस बैनर।

मोहाली, [रोहित कुमार]। कृषि कानूनों के विरोध के बीच मोहाली में स्थानीय निकाय चुनाव होने जा रहे हैं। लेकिन चुनाव जीतने के लिए किसानों को ढाल बनाया जा रहा है। आलम ये है कि डेराबस्सी से लेकर जीरकपुर, मोहाली और कुराली तक, खरड़ से लेकर नयागांव तक होने वाले निगम व नगर काउसिल चुनाव में उतरे राजनीतिक दल के प्रत्याशियों ने अपने अपने कार्यालयों के बाहर किसानों के समर्थन के झंडे लगा दिए हैं। हालांकि जिला मोहाली के किसानों का कहना है कि हमें चुनाव में ढाल न बनाया जाए।

ध्यान रहे कि बीते रविवार को पूर्व मेयर कुलवंत सिंह के कार्यालय पर जो हमला हुआ था उसमें भी हमलावरों का तर्क था कि राजनीतिक पार्टी के दफ्तर के बाहर किसानों के समर्थन में झंडे क्यों लगाए गए हैं। इस पर कुलवंत सिंह ने कहा था कि वे भी किसान हैं। अकालियों से लेकर कांग्रेसियों व आजाद तौर पर मैदान में उतरने उम्मीदवार भी किसानों के समर्थन में ताल ठोक रहे हैं। उधर भाजपा अभी तक अपने प्रत्याशियों का नाम घोषित नहीं कर सकी है। भाजपा के कई संभावित उम्मीदवार आजाद तौर पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।

मोहाली के डीसी गिरिश दयालन ने कहा कि अभी तक किसी तरह की शिकायत उनके पास नहीं आई है। अगर कोई किसानी झंडे के इस्तेमाल की शिकायत करेगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सिर्फ बड़ी राजनीतिक पार्टियां ही अपने चुनाव निशान पर प्रचार कर रही हैं। अगर कोई आजाद प्रत्याशी प्रचार कर रहा है तो गलत है। अभी तक किसी को भी चुनाव निशान आंवटित नहीं किए गए हैं। 30 जनवरी तक निशान दे दिए जाएंगे। अगर कोई बिना अलॉटमेंट के ही चुनाव निशान पर प्रचार कर रहा है तो शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

14 फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए नामांकन भरने की प्रक्रिया 3 फरवरी से शुरू होनी है। लेकिन अभी तक सिर्फ एक पार्टी के ही उम्मीदवारों के नाम सावर्जनिक हुए हैं। उम्मीद है कि बुधवार तक भाजपा, अकाली दल, आम आदमी पार्टी, पंजाब डेमोक्रेटिक पार्टी व आजाद ग्रुप अपने बचे हुए उम्मीदवारों के नाम भी सार्वजनिक कर देगा।

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