जनता क‌र्फ्यू के छह महीने बाद भी खौफ में जिंदगी

कोरोना महामारी से सही मायनों में शुरू हुई लड़ाई को छह महीने बीत चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 10:09 PM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 10:09 PM (IST)
जनता क‌र्फ्यू के छह महीने बाद भी खौफ में जिंदगी
जनता क‌र्फ्यू के छह महीने बाद भी खौफ में जिंदगी

बलवान करिवाल, चंडीगढ़ : कोरोना महामारी से सही मायनों में शुरू हुई लड़ाई को छह महीने बीत चुके हैं। 22 मार्च को जनता क‌र्फ्यू के साथ ही लड़ाई का बिगुल बजा और 23 मार्च की रात से ही लॉकडाउन का सफर शुरू हो गया। हालांकि छह महीने बाद कोरोना खत्म तो नहीं हुआ, लेकिन लॉकडाउन और क‌र्फ्यू हटने से जिदगी फिर से पटरी पर लौट आई है। कोरोना से डर के माहौल के बीच ही सभी कार्य शुरू हो चुके हैं। लोगों ने अब कोरोना से लड़ाई में खुद को सुरक्षित रखते हुए जीना सीख लिया है। हालांकि इन छह महीनों ने कोई क्षेत्र ऐसा नहीं बचा, जिसको बर्बाद न किया हो। इंडस्ट्री का पहिया धीमा हो गया। होटल रेस्टोरेंट अभी रंग में नहीं आए। स्कूल खोलने का सिलसिला छह महीने बाद अब शुरू हुआ है। अभी भी रेगुलर क्लास शुरू होने का इंतजार है। टूरिस्ट प्लेस बंद हैं। यह कब खुलेंगे अभी तय नहीं है। अच्छा नहीं रहा अनलॉक का सफर, छूट के साथ बढ़ा संक्रमण

जिस समय लॉकडाउन की शुरुआत हुई, उस समय चंडीगढ़ में हालात नियंत्रित थे। उसके बाद सेक्टर-26 स्थित बापूधाम कॉलोनी में संक्रमण की चेन लंबी हुई। मई तक बापूधाम की हालत तो सुधर गई। लेकिन लॉकडाउन खुलना चंडीगढ़ के लिए किसी भी सूरत में सही नहीं रहा। मई से शुरू हुआ अनलॉक का सफर लगातार केस बढ़ाने वाला रहा। जैसे ही चंडीगढ़ ने अपनी सीमाएं दूसरे शहरों के लिए खोली, संक्रमण तेजी से एक से दूसरे कोने तक पहुंच गया। मुंबई और दिल्ली जैसे सबसे प्रभावित एरिया से लोग चंडीगढ़ में पहुंचे। जिससे संक्रमण बढ़ता चला गया। इसके बाद तो स्थिति आपे से बाहर हो गई और नौबत केंद्र सरकार के हस्तक्षेप तक की आ गई। पांच से बढ़कर अब 100 हो गए कंटेनमेंट जोन

मई में अनलॉक से पहले चंडीगढ़ में पांच एरिया में ही कंटेनमेंट जोन लगा था। लेकिन अब हालत यह है कि 100 से अधिक एरिया कंटेनमेंट जोन में हैं। हालांकि उस समय कंटेनमेंट जोन में एक पूरा एरिया सील किया जाता था। अभी माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाकर कुछ घरों को पाबंदी में रखा जा रहा है। वीरवार को भी 17 नए माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए। स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की एग्जीक्यूटिव कमेटी ने इसकी घोषणा की। अब ऐसे छोटे कंटेनमेंट जोन बनाकर संक्रमण को आगे फैलने से रोका जा रहा है।

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