एक राष्ट्र एक भाषा विवाद पर बाेले बब्बू मान- जो भाषा रोजगार दे वो बुरी हो ही नहीं सकती Chandigarh News

गुरदास मान (नाम न लेते हुए) मुझसे बड़े हैं ऐसे में बड़े लोगों पर मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकता। गायक बब्बू मान ने कुछ इन्हीं शब्दों में एक राष्ट्र एक भाषा पर अपनी राय रखी।

By Edited By: Publish:Wed, 09 Oct 2019 07:27 PM (IST) Updated:Thu, 10 Oct 2019 11:46 AM (IST)
एक राष्ट्र एक भाषा विवाद पर बाेले बब्बू मान- जो भाषा रोजगार दे वो बुरी हो ही नहीं सकती Chandigarh News
एक राष्ट्र एक भाषा विवाद पर बाेले बब्बू मान- जो भाषा रोजगार दे वो बुरी हो ही नहीं सकती Chandigarh News

चंडीगढ़, [शंकर सिंह]। भाषा हमारी पहचान है। मगर जब कोई पंजाब से इटली या किसी अन्य देश जाता है तो वहां उसे उस देश की भाषा सीखनी होगी। उसे रोजगार इसी से मिलता है। ऐसे में जो भाषा रोजगार दे वो बुरी नहीं हो सकती। इन बातों से भाषा को कभी कोई खतरा नहीं हो सकता। मैं कितने ही देशों में ट्रेवल करता हूं। वहां पंजाबियों की दूसरी या तीसरी पीढ़ी रह रही है। वो पंजाबी बोलते तो हैं मगर लिखना नहीं जानते। ऐसे में वहां रहने वाले लोग पंजाबी को पंजाब में बचाए रखने के लिए ऐसी बातें करते हैं। 

गुरदास मान (नाम न लेते हुए) मुझसे बड़े हैं, ऐसे में बड़े लोगों पर मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकता। गायक बब्बू मान ने कुछ इन्हीं शब्दों में एक राष्ट्र एक भाषा पर अपनी राय रखी। वे बुधवार को होटल हयात रिजेंसी में अपने ब्रांड का डियोड्रेंट लॉन्च करने पहुंचे। बब्बू ने अपने ब्रांड के तहत हायेज डियोड्रेंट को लांच किया है। कहा कि इन डियोड्रेंट को हम मार्केट से काफी कम कीमत में बनाएंगे। इसके बाद पंजाब के युवा इन्हें हमसे खरीदकर अपने स्टोर पर बेच सकते हैं।

युवाओं को हिदायत है सोशल मीडिया से दूर रहो

बब्बू मान ने कहा कि वह सोशल मीडिया को ज्यादा तरजीह नहीं देते। बोले कि इसमें लोग दिखावा ज्यादा करते हैं। जो व्यक्ति हर बात को वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में साझा करता है तो इसका मतलब वो इनसिक्योर है। इन दिनों तो सोशल मीडिया पर लोगों को एक-दूसरे के खिलाफ भड़काया भी जा रहा है। मैं युवाओं को यही हिदायत दूंगा कि वो सोशल मीडिया से दूर रहें। दिन में एक घंटा पर्याप्त है। यहां तक कि युवा गायक भी इन दिनों सोशल मीडिया में ही अपना टैलेंट दिखा रहे होते हैं। ऐसे में उन्हें भी यही हिदायत दूंगा कि वो सोशल मीडिया से ज्यादा गायिकी पर ध्यान दें।

राजनीति जहां होगी वहां शांति नहीं हो सकती

बब्बू ने कहा कि उन्हें पाश, मंटो और प्रेमचंद जैसे लेखक पसंद है। ये सभी क्रांतिकारी थे। मुझे भी क्रांति पसंद है। मैं राजनीति में नहीं आ सकता। मैं इसके खिलाफ हूं। क्योंकि ये केवल इंसान को तोड़ती है। मेरे अनुसार लेखक ही समाज को सही दिशा दिखाता है। इसलिए उसका सम्मान होना चाहिए। बॉलीवुड तो मेरी जेब में पड़ा है बस मैं ही वहां नहीं जाता बॉलीवुड में इन दिनों पंजाबी गायक रोजाना आ रहे हैं, इस पर बब्बू बोले कि हां मगर मुझे मुंबई रास नहीं आता। मुझे मोहाली, चंडीगढ़ और अपना पिंड ही पसंद है।

 छह महीने छुट्टी लेकर बस लिखता रहा

बब्बू ने कहा कि वह पिछले छह महीने से अमेरिका, कैनेडा और विभिन्न देशों में ट्रेवल कर रहे थे। बोले कि मैं बस एक डायरी, पेन और झोला लेकर गया था। मैंने इस दौरान खूब लिखा और अब कुछ लेकर आउंगा। इन दिनों हीर को अपने अंदाज में लिख रहा हूं, इसको किताब के रूप में भी प्रकाशित करूंगा।

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

chat bot
आपका साथी