डॉग को कोरोना से बचाने के लिए बढ़ी वैक्सीन की मांग

मांग बढ़ने के कारण वैक्सीन की बाजार में हो रही है शॉर्टेज।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 20 Nov 2020 05:14 AM (IST) Updated:Fri, 20 Nov 2020 05:14 AM (IST)
डॉग को कोरोना से बचाने के लिए बढ़ी वैक्सीन की मांग
डॉग को कोरोना से बचाने के लिए बढ़ी वैक्सीन की मांग

राजेश ढल्ल, चंडीगढ़ : कोरोना से बचने के लिए बेशक अभी ह्यूमन वैक्सीन का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन ट्राईसिटी के लोग कोरोना वायरस से अपने पेट डॉग्स को बचाने के लिए इसकी वैक्सीन दिलवा रहे हैं। इस समय पेट लवर्स में अपने डॉग्स को कोरोना से बचाने का काफी खौफ है। इसलिए ही अब डॉग्स को दी जाने वाली कोरोना वैक्सीन की मांग काफी बढ़ गई है। पहले डॉग्स को सिर्फ सेवन इन वन और रेबिज से बचने की वैक्सीन दी जाती थी। लेकिन अब कोरोना से बचने के लिए इसकी भी वैक्सीन दी जा रही है। वेटरीनरी अस्पतालों और प्राइवेट डॉग्स क्लीनिक में कुत्तों को कोरोना वैक्सीन दिलवाने की खूब भीड़ लग रही है। 500 रुपये की लागत से यह वैक्सीन लगाई जा रही है। वैक्सीन की बिक्री जमकर हो रही है। यहां तक कि मार्केट में इस वैक्सीन की शॉर्टेज भी हो रही है। ट्राईसिटी में 50 हजार से ज्यादा पेट डॉग्स है। जिसमें अकेले चंडीगढ़ में ही 20 हजार पेट डॉग्स हैं। चंडीगढ़ में लागू डॉग बायलॉज के अनुसार किसी को भी दो से ज्यादा कुत्ते एकसाथ रखने की भी मंजूरी नहीं है। यह वैक्सीन पहले से उपलब्ध है, लेकिन कोरोना काल में इसकी मांग बढ़ी है। वैक्सीन लगाए बिना नहीं होगी रजिस्ट्रेशन

चंडीगढ़ नगर निगम की ओर से डॉग्स रखने पर रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है। अब कोरोना वैक्सीन लगाए बिना किसी भी डॉग्स की रजिस्ट्रेशन नहीं की जाती है। रजिस्ट्रेशन के लिए डॉग के मालिक को आवेदन पत्र के साथ वैक्सीनेशन का कार्ड साथ लगाना होता है। इस समय चंडीगढ़ में 16 हजार से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। इनमे से कई संक्रमित लोग ऐसे भी थे, जिनके घर पर पेट डॉग्स थे। उन्होंने खुद के साथ साथ अपने डॉग्स को भी होम क्वारंटाइन किया। किसी अंजान को न थमाएं

इस कोरोना काल में लवर्स अब अपने पेट को लेकर ज्यादा सावधानी बरत रहे हैं। डॉक्टरों की ओर से भी उन्हें संक्रमण से बचने सलाह दी जा रही है कि वह अपने पेट को किसी अंजान के हाथ और दूसरे घर में न जाने दें। इसलिए उन्हें बाहर का खाना भी नहीं खिलाया जा रहा है।

पहले लोग अपने पेट डॉग्स को रेबीज और सेवन इन वन की ही वैक्सीन लगवाते थे, लेकिन इस समय हर कोई कोरोना वायरस का भी टीका लगवा रहा है। जिस कारण कोरोना वैक्सीन की मांग काफी बढ़ गई है। हर साल पेट डॉग को यह तीनों वैक्सीन लगाना अनिवार्य है। जिन लोगों ने पहले सेवन इन वन और रेबीज वैक्सीन लगवा दी है, अब वह कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए विशेष तौर पर डॉग क्लीनिक जा रहे हैं।

विनोद कुमार सोनू, अध्यक्ष पेट्स लवर्स एसोसिएशन एवं सदस्य स्ट्रीट डॉग स्ट्रलाइजेशन 45 दिन के पेट्स को लगती है पहली वैक्सीन

वैटनरी डाक्टरों के अनुसार 45 दिन की आयु पूरी करने पर डाग को पहली वैक्सीन सेवन इन वन दी जाती है, इसके एक सप्ताह बाद दूसरी वैक्सीन रेबीज की लगाई जाती है। ऐसे में इसके एक माह बाद कोरोना वैक्सीन लगानी चाहिए। अब रेबीज, सेवन इन वन के साथ साथ कोरोना वैक्सीन भी पेट को लगाना अनिवार्य किया हुआ है। इनके बिना पेट डॉग की रजिस्ट्रेशन ही नहीं की जाती है।

-डॉ. अमृत वड़िग, एमओएच, नगर निगम

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