कालका में धड़ल्ले से चल रहे अवैध पीजी

अधिकतर हिमाचल प्रदेश से आई लड़कियां पेइंग गेस्ट के तौर पर रह रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Feb 2020 09:32 PM (IST) Updated:Mon, 24 Feb 2020 06:12 AM (IST)
कालका में धड़ल्ले से चल रहे अवैध पीजी
कालका में धड़ल्ले से चल रहे अवैध पीजी

राजकुमार, कालका : शहर में पीजी का कारोबार खूब फल-फूल रहा है और यहां अधिकतर हिमाचल प्रदेश से आई लड़कियां पेइंग गेस्ट के तौर पर रह रही हैं। जिसके बारे में या तो प्रशासन को जानकारी ही नहीं है या इसे अनदेखा किया जा रहा है। ऐसे में उक्त पीजी कालका में कभी भी प्रशासन के लिए गले की हड्डी बन सकते हैं। चंडीगढ़ के सेक्टर-32 में एक पीजी में लगी आग में तीन लड़कियों की मौत हो जाने की चर्चा कालका में भी रही। शहर के लोग भी पीजी पर रोक लगाने की बात पर जोर दे रहे हैं। कुछ साल में बढ़ा ट्रेंड

पहले तो शहर में लोग अपने मकानों को किराये पर देते थे लेकिन पिछले कुछ साल से कालका में भी पीजी का ऐसा ट्रेंड चला कि कालका की तंग गलियों में अनेक जगहों पर पीजी फॉर ग‌र्ल्स के बोर्ड लगने लगे। वैसे तो शहर में अधिकतर जगहों पर अवैध रूप से तंग गलियों के घरों में पीजी चल रहे हैं। लेकिन सबसे ज्यादा दुर्गा कॉलोनी, टिब्बी मोहल्ला, खेड़ा सीताराम, परेड मोहल्ला, अप्पर मोहल्ला, बंसत विहार आदि जगहों पर पीजी का धंधा खूब चल रहा है। दुर्गा कॉलोनी व बसंत विहार में जहां हरियाणा, पंजाब, दिल्ली जैसे राज्यों से आई हुई लड़कियां रह रही हैं, वहीं, खेड़ा सीताराम, टिब्बी मोहल्ला, परेड मोहल्ला व अप्पर मोहल्ला में ज्यादातर हिमाचल की लड़कियां रह रही हैं जोकि परवाणू की कंपनियों में जॉब करती हैं। अफसर बोले : कार्रवाई ही नहीं बनती

मजेदार बात तो यह है कि सैकड़ों की संख्या में सरेआम चल रहे पीजी के कारोबार पर अभी प्रशासन ने कार्रवाई करने की जरूरत नहीं समझी है। यहां बंसत विहार कॉलोनी को छोड़कर अधिकतर एरिया में गलियां बेहद तंग हैं जहां दमकल की गाड़ी पहुंचना भी आसान नहीं है। लेकिन बावजूद इसके पीजी का धंधा बदस्तूर कालका में जारी है। निगम के बिल्डिंग इंस्पेक्टर दर्शन लाल ने कहा कि मेरे हिसाब से तो कोई कार्रवाई इन पर बनती नहीं है।

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