वकीलों से मारपीट के मामले पर हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान

पंचकूला में रविवार की शाम एक निजी ढाबे में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट दीपाकुंर शर्मा के साथ हुई मारपीट के मामले में पंचकूला पुलिस की कार्रवाई पर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट अब न्यायिक स्तर पर सुनवाई करेगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Apr 2019 01:46 AM (IST) Updated:Thu, 25 Apr 2019 01:46 AM (IST)
वकीलों से मारपीट के मामले पर हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान
वकीलों से मारपीट के मामले पर हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : पंचकूला में रविवार की शाम एक निजी ढाबे में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट दीपाकुंर शर्मा के साथ हुई मारपीट के मामले में पंचकूला पुलिस की कार्रवाई पर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट अब न्यायिक स्तर पर सुनवाई करेगा। इस मामले में हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए इस मामले पर वीरवार को सुनवाई करने का फैसला किया है और इस मामले पर वीरवार को चीफ जस्टिस कृष्ण मुरारी, जस्टिस अजय कुमार मित्तल और जस्टिस राजीव शर्मा की पूर्ण पीठ सुनवाई करेगी। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व खजांची रहे दीपांकुर शर्मा के साथ मारपीट के मामले में हरियाणा पुलिस द्वारा एफआईआर में आरोपितों के खिलाफ भादंसं की धारा 307 जोड़े जाने और कुल तीन आरोपितों की गिरफ्तारी से असंतुष्ट हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने वीरवार को भी अदालतों में काम ना करने की घोषणा की है। इस मामले मे हरियाणा पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई पर असंतोष व्यक्त करते हुए बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दयाल प्रताप सिंह रंधावा ने कहा कि हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के सदस्य वकीलों के साथ पंचकूला में हुई गुंडागर्दी के खिलाफ हरियाणा पुलिस द्वारा की जा रही ढीली कार्रवाई सीधे तौर पर हरियाणा में कानून व्यवस्था का हाल बताती है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस घटना के तीन दिन बीतने के बाद मुख्य आरोपितों में से किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया है और जिनकी गिरफ्तारी का दावा किया जा रहा है वो सिर्फ इस मामले में लीपापोती करने का प्रयास है। रंधावा ने कहा कि एक आरोपित द्वारा पुलिस थाने में एक वकील को हाईकोर्ट में आकर गोली मारने की धमकी देना बताता है कि पुलिस किस प्रकार ऐसे असामाजिक तत्वों को संरक्षण देती है। रंधावा ने आरोपियों द्वारा पुलिस थाने के बाहर वकीलों के खिलाफ अपने गुंडे इकट्ठे करने और एक हेड कांस्टेबल द्वारा आरोपितों की मदद करने पर भी कड़ी आपत्ति जताई है और कहा है कि हरियाणा पुलिस अगर जल्दी ही आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं करती तो बार एसोसिएशन को अपना विरोध तेज करना होगा। आज 11 बजे होगी मीटिंग

बार एसोसिएशन के सचिव रोहित सूद ने बताया कि मुख्य आरोपित देवेंदर शर्मा और उसके अन्य साथियों तथा दोषी पुलिस वालों पर कार्रवाई न होने से पूरी एडवोकेट जमात में रोष है और अब दूसरे राज्यों की बार एसोसिएशनों ने भी इस विरोध में शामिल होने का प्रस्ताव किया है। उन्होंने कहा कि वीरवार को हाईकोर्ट की पूर्ण पीठ के समक्ष मामले की सुनवाई के अलावा, बार एसोसिएशन की कार्याकारिणी 11 बजे बैठक करके आगे की कार्रवाई पर विचार करेगी। एडवोकेट के सिर पर आई थी चोट

गौरतलब है कि पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस, पंजाब और हरियाणा के एडवोकेट जनरल और हरियाणा पुलिस के महानिदेशक के बीच बुधवार को हुई मुलाकातों के बाद भी कोई रास्ता नहीं निकल पाया। गौरतलब है कि पंचकूला के सेक्टर-10 स्थित रेस्तरां में हाईकोर्ट के कुछ एडवोकेट्स के साथ रविवार की शाम कुछ लोगों ने मारपीट की थी, जिसमें एडवोकेट दीपांकुर शर्मा को सिर में चोट आई थी। इस मामले में पुलिस कार्रवाई से असंतुष्ट हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के वकीलों ने मंगलवार दोपहर के समय काम निलंबित करने की घोषणा की थी।

वकीलों का काम बंद, किडनैपिग की धाराएं जोड़ने पर अड़े

जागरण संवाददाता, पंचकूला : रविवार को पंचकूला में पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के वकीलों से मारपीट करने के मामले में पुलिस द्वारा दो आरोपितों को गिरफ्तार करने एवं धारा 307 जोड़ने के बाद भी वकीलों का गुस्सा शांत नहीं हो रखा है। अब वकील सभी आरोपितों को तुंरत गिरफ्तार करने एवं किडनैपिग की धारा जोड़ने की मांग पर अड़ गए हैं। पंचकूला में वकीलों ने बुधवार को वर्क सस्पेंड रखा। वहीं कालका बार के वकीलों ने भी वर्क सस्पेंड किया। बार के उपप्रधान देवब्रत चौधरी ने बताया कि रविवार को पंचकूला के तवा होटल पर मारपीट की थी, इस मामले में पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया था, लेकिन मामले में 307 नहीं जोड़ी थी और न ही आरोपित की गिरफ्तारी की गई। इन दोनों मांगों को लेकर हाईकोर्ट बार के आह्वान पर कालका बार ने सारा दिन वर्क सस्पेंड रखा है।

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