सावधान! मोहाली में बन रहे फर्जी सरबत सेहत बीमा कार्ड, फोन पर कार्ड बनाने के लिए कोई पैसे मांगें तो पुलिस को दे सूचना

फर्जी सरबत सेहत बीमा कार्ड बनाने का एक मामला सेक्टर-70 में सामने आया है। कार्ड धारक सुखजीत सिंह जब कार्ड लेकर अपना इलाज करवाने के लिए पहुंचे। तो पता चला कि उनका कार्ड फर्जी है। उन्होंने 500 रुपये का शुल्क भरकर बनवाया था।

By Vinay kumarEdited By: Publish:Sat, 02 Jan 2021 01:41 PM (IST) Updated:Sat, 02 Jan 2021 01:41 PM (IST)
सावधान! मोहाली में बन रहे फर्जी सरबत सेहत बीमा कार्ड, फोन पर कार्ड बनाने के लिए कोई पैसे मांगें तो पुलिस को दे सूचना
मोहाली में बन फर्जी सरबत सेहत बीमा कार्ड रहे।

मोहाली [रोहित कुमार]। सावधान हो जाएं। अगर कोई आप को सरबत बीमा सेहत योजना का कार्ड बनवाने के लिए फोन पर ऑनलाइन पेमेंट करने को कहता है तो आप ठगी का शिकार हो सकते है। ऐसे मामले जिला मोहाली में सामने आए है। कोविड 19 के चलते लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर खासे चिंतित है इस लिए वे मेडिकल बीमा ज्यादा ले रहे है। ऐसे में ऑन लाइन हेल्थ पॉलिसी लेने के चक्कर में ठगी का शिकार हो रहे है।

फर्जी सरबत सेहत बीमा कार्ड बनाने का एक मामला सेक्टर-70 में सामने आया है। कार्ड धारक सुखजीत सिंह जब कार्ड लेकर अपना इलाज करवाने के लिए पहुंचे। तो पता चला कि उनका कार्ड फर्जी है। उन्होंने 500 रुपये का शुल्क भरकर बनवाया था। ध्यान रहे कि केंद्र सरकार ने आयुष्मान सेहत बीमा योजना को पंजाब सरकार ने विस्तार देकर 'सरबत सेहत बीमा' योजना का नाम दे दिया था। केंद्र की ओर से चयनित लाभार्थियों से अधिक लाभार्थी राज्य सरकार ने इसमें शामिल किए और इस योजना को नाम दिया 'सरबत सेहत बीमा'। लोग सेहत बीमा सुरक्षा के नाम पर इस आसान ठगी का शिकार हो गए।

आरटीइआइ एक्टिविस्ट केएनएस सोढी ने कहा कि लोगों को सेहत सुविधा के नाम पर ठगा गया है। इसकी जानकारी सेहत विभाग को है। सोढी का कहना है कि सेहत विभाग को इसे लेकर सार्वजनिक सूचना जारी करनी चाहिए थी। जो नहीं की गई। इससे आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सोढ़ी ने कहा कि यह एक बड़ा घोटाला है जिसकी जांच होनी चाहिए।

सोढी ने आरटीआइ के तहत ऐसे मामलों की संख्या जानने के लिए आवेदन भी कर दिया है। इसकी जानकारी आने के बाद इसी तरह के अन्य मामलों का खुलासा हो सकता है। उन्होंने कहा कि सेक्टर 70 के इस मामले का हवाला भी मांगी गई आरटीआइ में मांगा गया है क्योंकि जो ठगी का शिकार हुए है उन्होंने इसकी शिकायत सेहत महकमे से भी की है।

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