शिक्षक यूनियन की सहमति के बाद लिया अध्यापकों को पक्का करने का फैसला : सोनी

पंजाब के शिक्षा मंत्री ओपी सोनी ने कहा है कि पंजाब में अध्यापकों को पक्का करने का जो फैसला लिया गया है, वह टीचर यूनियन से बात करने के बाद ही लिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Oct 2018 02:59 AM (IST) Updated:Sat, 06 Oct 2018 02:59 AM (IST)
शिक्षक यूनियन की सहमति के बाद लिया अध्यापकों को पक्का करने का फैसला : सोनी
शिक्षक यूनियन की सहमति के बाद लिया अध्यापकों को पक्का करने का फैसला : सोनी

जागरण संवाददाता, मोहाली : पंजाब में अध्यापकों को पक्का करने का जो फैसला लिया गया है, वह टीचर्स यूनियन के साथ बैठक में लिया गया है। शिक्षा मंत्री ओपी सोनी ने शुक्रवार को पत्रकारों के साथ बातचीत में ये बात कहीं।

मंत्री ने कहा कि जो यूनियन के लोग अब फिर से धरने पर जाने की बात कर रहे है वे सिर्फ राजनीति कर रहे है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की माग पक्का करने की थी जोकि पूरी कर दी गई है। उन्होंने कहा कि तीन साल तक शिक्षकों को एक तय वेतन मिलेगा लेकिन तीन साल के बाद पूरा वेतन मिलना शुरू हो जाएगा। सोनी ने कहा कि इसके बावजूद भी अगर शिक्षक खुश नहीं तो वे सिर्फ वो है जिन की राजनीति खत्म हो रही है। मंत्री ने कहा कि नॉन टीचिंग स्टॉफ को पक्का करने की प्रक्रिया के बारे में भी सोचा जा रहा है। शिक्षकों की समस्या का हल हो गया है अब नॉन टीचिंग स्टॉफ का भी हल हो जाएगा। सीमावर्ती क्षेत्रों में शिक्षकों की किसी तरह की कोई कमी नहीं है। शिक्षकों की पूरी तैनाती कर दी गई है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का स्तर बढ़ाना सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है। कर्मचारियों का प्रतिनिधिमंडल शिक्षा मंत्री से मिला

उधर, बोर्ड कर्मचारी यूनियन का प्रतिनिधिमंडल शिक्षा मंत्री से मिला। प्रतिनिधीमंडल ने शिक्षा मंत्री से यूनियन का ऑफिस पर लगे ताले को खोलने की माग की। इसके अलावा कई अन्य मागों से भी शिक्षा मंत्री को अवगत करवाया। इस दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी