Lok Sabha Election: चंडीगढ़ में दिखी आया राम-गया राम की पॉलिटिक्स, कांग्रेस के इस नेता ने 24 घंटे में दो बार मारी पलटी

देश में या प्रदेश में जब-जब चुनाव आते हैं यो होते हैं। तो जनता के प्रतिनिधि कब किस पार्टी में शामिल हो जाएंगे और कब किस पार्टी का साथ छोड़ देंगे। ये उनके अलावा कोई नहीं जानता। ऐसे ही एक ताजा मामला चंडीगढ़ से आया है। जहां पर युवा कांग्रेस नेता विनायक बंगिया पहले कांग्रेस से भाजपा फिर भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए।

By Jagran NewsEdited By: Monu Kumar Jha Publish:Wed, 17 Apr 2024 10:29 PM (IST) Updated:Wed, 17 Apr 2024 11:05 PM (IST)
Lok Sabha Election: चंडीगढ़ में दिखी आया राम-गया राम की पॉलिटिक्स, कांग्रेस के इस नेता ने 24 घंटे में दो बार मारी पलटी
विनायक बंगिया पहले कांग्रेस से भाजपा, फिर भाजपा से कांग्रेस में शामिल

HighLights

  • विनायक बंगिया पहले कांग्रेस से भाजपा, फिर भाजपा से कांग्रेस में शामिल।
  • पवन बंसल को टिकट न मिलने पर छोड़ी कांग्रेस।
  • सोशल मीडिया सेल के प्रभारी थे विनायक बंगिया।

राजेश ढल्ल, चंडीगढ़। (Punjab Lok Sabha Election Hindi News) लोकसभा चुनाव में चंडीगढ़ से पवन कुमार बंसल को टिकट न मिलने से नाराज युवा कांग्रेस के महासचिव विनायक बंगिया सोमवार को भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद मंगलवार को कांग्रेस नेता उन्हें मनाने पहुंचे तो वह फिर कांग्रेस में वापस चले गए। हालांकि वह मंगलवार शाम को एक बार फिर पलटी मार गए और भाजपा प्रत्याशी संजय टंडन की उपस्थिति में फिर भाजपा में शामिल हो गए।

बंगिया (Congress leader Vinayak Bangia) पिछले कई वर्षों से युवा कांग्रेस में थे और पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल के समर्थक थे। बंगिया युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव और सोशल मीडिया सेल के प्रभारी थे और भाजपा के खिलाफ शहर के मुद्दों को मजबूती से उठाते रहते थे। कांग्रेस (Punjab Congress) ने लगातार आठ बार टिकट देने के बाद नौवीं बार बंसल पर विश्वास नहीं जताया और मनीष तिवारी (Manish Tewari) को टिकट दे दिया।

इसके विरोध में बंगिया ने कांग्रेस छोड़ दी। उस समय बंगिया ने खुद बयान जारी कर पार्टी छोड़ने की बात कही। उन्हें भाजपा उम्मीदवार संजय टंडन (BJP candidate Sanjay Tandon) ने उसी दिन पार्टी में शामिल करवाया, लेकिन नाराज नेताओं की संख्या बढ़ने पर कांग्रेस पार्षद गुरप्रीत गाबी और युवा कांग्रेस प्रभारी सत्यवान ने विनायक बंगिया से मंगलवार को मुलाकात की और उन्हें पार्टी में वापसी के लिए मना लिया।

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बंगिया दोबारा कांग्रेस में आ गए और बयान जारी कर कहा कि मन बहुत दुखी था, इसलिए पार्टी छोड़ने का सोचा, पर बड़े भाई गुरप्रीत के समझाने पर इस भूल को सुधारा। इसकी जानकारी कांग्रेस की ओर से दी गई। अभी कांग्रेस के नेता इसकी खुशी ही मना ही रहे थे कि उनका मन एक बार फिर बदल गया।

वह फिर भाजपा (Punjab BJP) में शामिल हो गए। भाजपा कार्यालय में जाकर उन्होंने अपनी तस्वीर भी इंटरनेट मीडिया पर शेयर की और कहा कि उनका कांग्रेस पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने भाजपा के प्रति निष्ठा जताई।

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