स्वच्छ सर्वेक्षण में पिछड़ने पर कांग्रेस हमलावर, कहा- सफाई में नंबर-1 चंडीगढ़ को भाजपा ने 66वें स्थान पर पहुंचाया

दक्षिणी सेक्टरों में सफाई की जिम्मेदारी लायंस कंपनी को दी गई है। जिसे नगर निगम हर साल 54 करोड़ रुपये का भुगतान करता है। ऐसे में विपक्ष सत्तासीन भाजपा पर हमलावर है। कांग्रेस ने इसके लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Sun, 21 Nov 2021 09:44 AM (IST) Updated:Sun, 21 Nov 2021 09:44 AM (IST)
स्वच्छ सर्वेक्षण में पिछड़ने पर कांग्रेस हमलावर, कहा- सफाई में नंबर-1 चंडीगढ़ को भाजपा ने 66वें स्थान पर पहुंचाया
हालांकि 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों की लिस्ट में चंडीगढ़ 16वें रैंक पर है।

जागरण  संवाददता, चंडीगढ़। इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 की लिस्ट में चंडीगढ़ 66वें स्थान पर पहुंच गया है, पिछली बार 16वें नंबर पर था। यानी सफाई के मामले में हम अन्य शहरों के मुकाबले 50 पायदान नीचे खिसक गए हैं। हालांकि 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों की लिस्ट में चंडीगढ़ 16वें रैंक पर है, लेकिन इसमें भी साख कम हुई है, क्योंकि पिछली बार 8वें नंबर पर थे।

शहर की सफाई को लेकर हर माह करोड़ों खर्च करने के बावजूद स्वच्छ सर्वेक्षण की रैंकिंग में पिछड़ने के क्या कारण रहे और टॉप 25 में आने वाले शहरों ने ऐसा क्या क्या काम किए जो चंडीगढ़ नगर निगम नहीं कर पाया इसे स्टडी किया जाएगा। कौन कौन से कदम स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के लिए उठाए जाएं ताकि अगले साल रैकिंग में सुधार हो। इन सब पर चंडीगढ़ नगर निगम रिव्यू करेगा। सर्वेक्षण के हर मापदंड में आए अंकों को स्टडी किया जाएगा। इसके तहत अधिकारियों को रिपोर्ट लाने के लिए कह दिया गया है। हालांकि स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में पिछली रैंकिंग के मुकाबले में सुधार करते हुए 16वीं रैंकिंग दर्ज की गई है। मालूम हो कि दक्षिणी सेक्टरों में सफाई की जिम्मेदारी लायंस कंपनी को दी गई है। जिसे नगर निगम हर साल 54 करोड़ रुपये का भुगतान करता है। ऐसे में विपक्ष सत्तासीन भाजपा पर हमलावर है। कांग्रेस ने इसके लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है।

 

लायंस कंपनी को लेकर पहले से गरमाई हुई है राजनीति

इससे पहले दक्षिणी सेक्टरों में सफाई का काम कर रही लायंस कंपनी का ठेका एक्सटेंड करने के मामले को लेकर पहले से राजनीति गरमाई हुई है। इसके लिए भी भाजपा पार्षदों पर लायंस कंपनी को फेवर करने का आरोप लग रहा है। पिछली सदन की बैठक में लायंस कंपनी का ठेका खत्म करके नया टेंडर के दस्तावेज न बनाने के मामले पर प्रशासक से जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ जांच करने की मांग की गई थी।

नगर निगम को बने पूरे 26 साल हो गए हैं। सफाई का इतना बुरा हाल कभी नहीं हुआ। जब से नगर निगम में भाजपा काबिज हुई है सफाई हर साल स्वच्छता का ग्राफ गिरता जा रहा है। बहुत ही शर्मनाक बात है कि आज चंडीगढ़ भारत मे सफाई मे 66वें स्थान पर आया है। हर महीने नगर निगम करोड़ों रुपये शहर की सफाई पर लगा रहा है। अगर सही तरीके से पैसा लगा होता चंडीगढ़ नंबर वन पर होता। जब कांग्रेस सत्ता में थी तो कभी भी सफाई में तीसरे नंबर पर नहीं आया। भाजपा का सिर्फ एक ही काम है चंडीगढ़ की जनता पर टैक्स का बोझ डालना और नगर निगम को लूटना। अब जनता को समझ आ चुकी है कि नगर निगम को कौन चला सकता है आने वाला समय कांग्रेस का आएगा।

                                                                                       -देवेंद्र सिंह बबला, कांग्रेस पार्षद दल के नेता

हमारे लिए यह शर्म की बात है कि एक व्यवस्थित शहर 3 वें स्थान पर पहुंच गया है। यह सोचने का विषय है कि बजट की कमी नहीं है। व्यवस्थित शहर है। इस बात पर मंथन होना चाहिए कि हम सफाई के मामले में पिछड़ते जा रहे हैं। शहर जाे पूरी दुनिया में सफाई के मामले में जाना जाता था अब गंदगी के लिए जाना जा रहा है।

                                             -आरके गर्ग, आरटीआई एक्टीविस्ट एवं अध्यक्ष सेकंड इनिंग एसोसिएशन

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